UP News: पिछले कुछ दिनों से मानसून के बाद लगातार हो रही भारी बारिश से अब नदियां भी अपने उफान पर आ गई हैं. इसको लेकर बस्ती जनपद में बहने वाली सरयू नदी खतरे के निशान से अब कुछ ही सेंटीमीटर नीचे बह रही है. हर साल की तरह इस साल भी बंधे को बचाने के लिए बाढ़ विभाग के अधिकारी अब पूरी ताकत के साथ जुटे हुए हैं ताकि किसी भी दशा में बंधे को नुकसान ना हो.
बस्ती जनपद में सरयू नदी के किनारे लगभग 26 किलोमीटर के दायरे में बंधे का निर्माण हुआ है और कुछ जगहों पर भीषण काटन की वजह से बंदे के काटने की नौबत भी आ जाती है. प्रतिवर्ष करोड़ों रुपए कमजोर हुए बांधों को ठीक करने पर खर्च कर दिया जाता है ऐसे में बरसात के आते ही बंदे को बढ़ाने की कमाई थी तेज हो जाती है. आम जनता को किसी तरह त्रासदी से बचने के लिए योगी के मिनिस्टर खुद ग्राउंड जीरो पर फीता लेकर बंदे की नापी करते हुए नजर आ रहे हैं.
आज योगी सरकार में जल शक्ति और सिंचाई मंत्री स्वतंत्र देव सिंह वाचन निरीक्षण करने के लिए सीधा बस्ती जनपद के सरयू तट पर बने बंधे पर पहुंच गए. आनन फानन में सूचना मिलने के बाद बाद विभाग के अफसर भी मंत्री जी के आवभगत में पहुंचे. बंधे का निरीक्षण करने के दौरान जल शक्ति और सिंचाई मंत्री स्वतंत्र देव सिंह खुद ही हाथ में फीता लेकर बंधे की नपाई करने लगे. यह दक्ष अफसरों के हाथ पांव फूल गए, मगर थोड़ी सी फटकार के बाद सब कुछ आल इज वेल देखकर बाढ़ विभाग के अधिकारियों की जान में जाना आई.
कैबिनेट मंत्री ने बाढ़ विभाग के अधिशाषी अधिकारी और अधीक्षण अभियंता को साफ तौर पर निर्देश दिया कि बंधे को जरा भी नुकसान नहीं होना चाहिए और बाढ़ चौकियों को सक्रिय कर हर वक्त संवेदनशील बांधो की निगरानी होती रहे. बाढ़ प्रभावित गांव के लोगों को कोई परेशानी न हो और उन्हें हर संभव मदद मिले.
उत्तर प्रदेश के जल शक्ति मंत्री द्वारा जनपद बस्ती में बाढ़ के पूर्व तैयारियों के क्रम में तहसील हरैया के अन्तर्गत घाघरा नदी के बांये तट पर निर्मित अतिसंवेदनशील लोलपुर विकमजोत तटबन्ध पर बाढ़ सुरक्षात्मक कराये जा रहे कार्यों का स्थलीय निरीक्षण किया गया. मंत्री के साथ स्थानीय विधायक विधान सभा क्षेत्र हरैया अजय सिंह भी मौजूद रहे. निरीक्षण के समय जल शक्ति मंत्री द्वारा देखा गया कि जनपद बस्ती के तहसील हरैया में घाघरा (सरयू) नदी के बायें तट पर निर्मित लोलपुर-विक्रमजोत तटबंध की सुरक्षा के लिए किमी 0.950 पर 01 अदद स्पर के निर्माण कार्य की परियोजना का प्रस्तावित कार्य लगभग पूर्ण है.
इसके अलावा बाढ़ विभाग के अधिशासी अभियता द्वारा अवगत कराया है कि बाढ़ काल के दौरान लगातार गेज का मापन किया जाता है ताकि बंधे की ताजा स्थिति पता लगती रहे. बाढ़ की वर्तमान स्थिति से रोजाना जनप्रतिनिधियों, जिला-प्रशासन और बाढ़ सुरक्षा समितियों को बाढ़/जलस्तर की सूचना दी जाती है. इस औचक निरीक्षण के दौरान मंत्री द्वारा निर्देश दिये गए कि जलस्तर की सूचना बाढ़ सुरक्षा समितियों को सूचित करते हुए उनसे लगातार सम्पर्क बनाये रखा जाए. जिससे बाढ़ प्रबन्धन ठीक प्रकार से हो सके. उक्त के अतिरिक्त मंत्री स्वतंत्र देव सिंह द्वारा निर्देश दिया गया कि सभी संवेदनशील स्थलों पर पर्याप्त रिजर्व स्टॉक रखा जाये और बाढ़ की स्थिति में तत्परता से तटबन्धों को सुरक्षित रखा जाये.
शामली में कपड़े सिलने को लेकर विवाद, दर्जी ने भाई के साथ मिलकर कैंची घोंपकर की युवक की हत्या