Basti News: एक तरफ जहां प्रदेश की योगी सरकार प्रदेश के 80 करोड़ लोगों को राशन देने का काम रही है तो वहीं सरकार की योजनाओं पर पलीता लगाने का काम राशन कोटेदार कर रहे हैं. गांव के ग्रामीणों तहसील समाधान दिवस में कोटेदार द्वारा अभद्रता और तौल में घटतौल मामले को लेकर शिकायत करने पहुंचे थे. शिकायत के बाद जिला पूर्ति की टीम स्थलीय जांच करने पहुंची. जांच टीम ने ग्रामीणों के राशन की जांच की. कोटेदार की पोल खुलने लगी तो जांच टीम भी वहां से रफूचक्कर हो गई.


दरअसल पूरा मामला बनकटी विकास खण्ड के हर्रैया ग्राम पंचायत का है. जहां पर घटतौली सहित अन्य अनियमितताओं का ग्रामीणों ने कोटेदार पर आरोप लगाया है. ग्रामीणों ने तहसील समाधान दिवस में शिकायत की थी,शिकायत के बाद पूर्ति निरीक्षक सुशील मिश्रा की टीम गाँव पहुंची,दर्जनों कार्ड धारकों से पूछताछ की,ग्रामीणों का आरोप है कि कोटेदार का पोल खुलता देख उसे बचाने की नीयत से जांच टीम आधा अधूरा जांच कर रफूचक्कर हो गई.


प्रत्येक कार्ड पर कम दिया जा रहा था राशन
जानकारी के मुताबिक मुरादपुर निवासी अली हुसैन, मोहम्मद खालिद,जुबेर अहमद,अब्दुल लतीफ,सजीमुल्लाह,मोहम्मद जाहिद सहित दर्जनों कार्ड धारकों ने 22 जुलाई को तहसील समाधान दिवस में पहुंच कर कोटेदार पर घटतौली करने व तौल पर्ची न देने और शिकायत करने पर शिकायत कर्ता लाभार्थियों से अभद्र व्यवहार करने आदि अनियमितता का आरोप लगाया था. शिकायतकर्ताओं ने बताया कि  प्रत्येक कार्ड पर 1 से 2 किलो राशन कम दिया जा रहा है और जिस कार्ड में पांच नाम शामिल है. उसमें एक व्यक्ति के हिस्से का राशन नहीं दिया जाता है.


जांच के बाद होगी कार्रवाई
वहीं यह भी बताया कि जिस कार्ड धारक के परिवार का कोई भी सदस्य बाहर रहता है उसके हिस्से का राशन तो खारिज कर लिया जाता है लेकिन राशन नहीं दिया जाता है,बुधवार करीब 12 बजे गांव पहुंचे पूर्ति निरीक्षक के नेतृत्व वाली जांच टीम के सामने अधिकांश कार्ड धारकों ने एक स्वर में घटतौली व कमरे के अंदर तौल करने और आज तक तौल पर्ची न देने आदि की शिकायत की. वहीं इस पूरे मामले पर सदर एसडीएम शत्रुघ्न पाठक ने बताया कि पूरे प्रकरण की जांच कराई जा रही है. जांच के अनुसार जो भी तथ्य सामने आएंगे उसी के हिसाब से आगे की कार्रवाई की जाएगी.


( बस्ती से मो. शादाब की रिपोर्ट)


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