Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के बस्ती (Basti) में 12 घंटे के लगातार विरोध और धरने के बाद गाय के हत्यारों पर पुलिस (Basti Police) ने मुकदमा दर्ज करके जांच शुरू कर दी है. आरोप है कि सोनहा थाना क्षेत्र के ग्रामसभा गदापुर चक के दक्षिण बाग में आए दिन गोकशी होती रहती है और आज रात में भी चार गायों का वध किया गया है जिसमें से गोकश 3 का मांस वहां से उठा ले गए हैं और एक गाय का वध करने के बाद भोर हो गई और लोगों का आना-जाना शुरू हो गया. इस वजह से हत्यारे गाय का क्षत विक्षत शव वहां छोड़कर भाग गए.
वहीं कुछ लोगों द्वारा सोनहा पुलिस को सूचना मिली कि योगी सरकार को बदनाम न होने देने की नीयत से पुलिस के जवानों ने मौके पर पहुंचकर दोनों तरफ से रास्ता बंद कर दिया और गाय के शव को वहीं दफनाकर मामले को रफा-दफा कर दिया है. सोनहा पुलिस द्वारा हिंदूवादी नेताओं को यह बताया गया कि गांव में 1 सांड अपनी मौत से मरा था जिसको पुलिस और वहां के लोग पंचनामा करवाकर दफना दिए हैं और वहां जाने से कोई फायदा नहीं है.
की गई कब्र की खुदाई
डीएम ने मामले का संज्ञान लेकर एसडीएम भानपुर को मौके पर भेजा. एसडीएम के सामने जब दफन की गई गाय की कब्र की खुदाई करवाई गई तब क्षत-विक्षत शव बरामद हुआ और कई थानों की पुलिस और अपर पुलिस अधीक्षक ने घटनास्थल पर पहुंचकर मामले का संज्ञान लिया. इसके बाद सोनहा पुलिस द्वारा आरोपियों पर मुकदमा दर्ज करने की कार्यवाही शुरू हुई.
4 पुलिसकर्मी निलंबित
फिलहाल प्रतिबंधित पशु की हत्या के मामले में समय रहते अपेक्षित कार्रवाई न करने के आरोप में सोनहा थाने के प्रभारी निरीक्षक विनोद कुमार समेत चार पुलिस कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है. साथ ही एक एसआई, आरक्षी समेत अट्ठारह नामजद और 20 अन्य अज्ञात के खिलाफ प्रतिबंधित पशु वध के विभिन्न नियमों के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है.
एसपी ने क्या बताया
एसपी आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि, मौके पर आसपास के थानों की फोर्स तैनात कर दी गई है. शांति व्यवस्था कायम है. सोनहा थाना क्षेत्र के गदापुर गांव में प्रतिबंधित पशु की हत्या का मामला सामने आया था. यह खबर फैलते आसपास के गांव के ग्रामीण और हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता पहुंच गए. तब तक मौके पर पहुंचे सोनहा थाने के एसआई और सिपाही ने पशु के शव को जमीन में दफन करवा दिया था. लोगों के हंगामा करने पर एसडीएम भानपुर गिरीश कुमार झा, एसएसओ विनोद कुमार मौके पर पहुंचे. पशु चिकित्सक बुलाकर पशु के शव को निकलवाया और पोस्टमार्टम कराया गया. वहीं इस मामले में विश्व हिंदू महासंघ के जिलाध्यक्ष अखिलेश सिंह की तहरीर पर एसआई, एक सिपाही सहित 18 आरोपियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया.