Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के बस्ती (Basti) जिले में दुर्गा पूजा (Durga Puja 2022) का त्योहार अनोखे तरीके से मनाया जाता है. यहां के दुर्गा पूजा का पौराणिक इतिहास काफी रोचक है. जब पूरे देश में दुर्गा पूजा समाप्ति की ओर होता है तो बस्ती में यह पूजा प्रारंभ होती है. बस्ती में दुर्गा पूजा की शुरुआत अष्टमी से होती है और मां दुर्गा का प्रतिदिन पूजा अर्चन चलता है. इसके बाद पूर्णमासी को दुर्गा प्रतिमाओं का विसर्जन कर दिया जाता है.
क्या है ये पुरानी परंपरा
जब पूरे देश में मां दुर्गा की प्रतिमाओं का विसर्जन हो जाता है तब बस्ती में इस सालों पुरानी परंपरा के अनुसार अतिरिक्त पांच दिन तक पूर्णमासी को दशहरा पर्व समाप्त होता है. बस्ती की यह परंपरा जितनी रोचक है उतनी ही रोचक इसकी मान्यता भी है. पुजारियों और वैदिक आचार्यों का मानना है कि बस्ती में दुर्गा पूजा की परंपरा अष्टमी से इसलिए शुरू हुई क्योंकि अष्टमी महागौरी का स्वरूप होता है और महागौरी कि पूजा करके पूर्णमासी के दिन प्रतिमा का विसर्जन करने का खास महत्व है.
क्या मानना है लोगों का
ऐसा मानना है कि अगर यह परंपरा लगातार चलती रहेगी तो इससे जिले के लोगों की सुख समृद्धि बढ़ेगी और मां दुर्गा का आशीर्वाद उनपर सदा बना रहेगा. फिलहाल बस्ती में यह रोचक और परंपरागत दुर्गा पूजा चल रही है. पुलिस प्रशासन भी इस बड़े कार्यक्रम को बिना किसी बाधा के निपटाने के लिए सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए भारी मात्रा में फोर्स लगाकर जनता के लिए एक बेहतर माहौल देने का प्रयास कर रहा है. हजारों की संख्या में भक्त शाम को बस्ती शहर में आकर भक्ति के वातावरण में डूब जाते हैं.
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