Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश में अपना दल एस (युवा मोर्चा) के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हेमंत चौधरी (Hemant Chaudhary) के बगावती सुर लगातार आक्रामक होते जा रहे हैं और आज एक बार फिर से बस्ती (Basti) जनपद पहुंचे हेमंत चौधरी ने एबीपी गंगा से बात करते हुए अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल (Anupriya Patel) और उनके पति व यूपी सरकार में मंत्री आशीष पटेल (Minister Ashish Patel) पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं.


2 दिन पहले दिए गए बयान पर कायम रहते हुए अपना दल युवा मोर्चा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष हेमंत चौधरी ने कहा कि वर्ष 2015 में जब उन्होंने पार्टी ज्वाइन की थी तब उन्हें लगा था कि सोनेलाल पटेल के आदर्शों पर चलकर वह भी देश सेवा कर सकेंगे मगर मियां बीवी प्राइवेट लिमिटेड ने मिलकर अपना दल पार्टी को खुद में सीमित करके रख दिया और कार्यकर्ता व नेता सिर्फ उनके मोहरा बनकर रह गए जिनमें से एक वे भी हैं और उनका भी आशीष पटेल ने खूब इस्तेमाल किया. 


ये आरोप भी लगाया
हेमंत चौधरी ने कहा कि, पिछले विधानसभा चुनाव मैं टिकट मांगने पर उनसे 26,000 रुपये सिर्फ अनुप्रिया पटेल से मिलने के लिए आशीर्वाद के स्वरूप लिया गया था और इसका विरोध करने के बाद उन्हें आलाकमान के गुस्से का शिकार भी होना पड़ा और प्रदेश अध्यक्ष के पद से उन्हें हटा दिया गया. इसके बाद से ही उनके दिल में लगातार चिंगारी धधक रही थी और अब उन्होंने अनुप्रिया पटेल की पार्टी अपना दल को पूरी तरीके से बर्बाद करने के लिए मोर्चा खोल दिया है और वह लगातार एक के बाद एक खुलासे कर रहे हैं कि किस तरीके से अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल और उनके पति आशीष पटेल कार्यकर्ताओं के साथ धोखेबाजी कर रहे हैं. 


हेमंत चौधरी ने साफ तौर पर आरोप लगाते हुए कहा कि, अपना दल में टिकट के नाम पर 1 लाख रुपए जमा किए जाते थे उसके बाद ही कोई कार्यकर्ता या नेता अनुप्रिया पटेल से मिलकर उनका आशीर्वाद ले पाता था. इसके बाद पार्टी ने 17 सीटों पर सिर्फ तीन कार्यकर्ताओं को ही विधानसभा का टिकट दिया और उस वक्त भी उन्होंने उसका विरोध किया था लेकिन उनकी पार्टी में नहीं सुनी गई. उन्होंने कहा वह भी विधानसभा का टिकट मांग रहे थे लेकिन उन्हें भी टिकट देने के बजाय नोएडा से एक व्यापारी को लाकर चुनाव मैदान में उतार दिया गया.


और सच्चाईयों का करूंगा खुलासा- हेमंत
हेमंत चौधरी ने साफ तौर पर ऐलान किया है कि आने वाले वक्त में वे अपना दल की सच्चाई को सबके सामने लेकर आएंगे ताकि यह बात सभी को पता लग सके कि किस तरीके से अपना दल में कार्यकर्ताओं का अपमान हो रहा है. चौधरी ने कहा कि सुबह पार्टी ज्वाइन करने वाले को शाम होते होते विधानसभा का टिकट दे दिया गया. इससे साफ है कि पार्टी के कथनी और करनी में कितना अंतर है. पार्टी पर आरोप लगाए तो उसके बाद प्रतापगढ़ के एक विधायक के द्वारा जवाब दिया गया कि उनके द्वारा लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं तो फिर बताना चाहते हैं कि अपना दल के विधायक जीत लाल पटेल के भले ही सिग्नेचर हो मगर उस पर लिखिए एक एक शब्द आशीष पटेल के हैं. यानी कि पार्टी आशीष पटेल चला रहे हैं और चेहरे के तौर पर सिर्फ अनुप्रिया पटेल का उपयोग किया जा रहा है. 


चौधरी ने कहा कि, अनुप्रिया पटेल दिल्ली में बैठी रहती हैं. उन्हें जब आशीष पटेल यूपी आने का निर्देश देते हैं तो ही वे यूपी में किसी मंच पर नजर आती हैं वरना उन्हें फुर्सत ही नहीं कि किसी कार्यकर्ता या नेता से मिल सकें. अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष अनुप्रिया पटेल और उनकी मां के बीच संबंधों को लेकर हेमंत चौधरी ने कहा कि दिन में मंचों से एक दूसरे के खिलाफ बोलने वाली यह दोनों महिलाएं रात में एक थाली में खाना खाती हैं और दुनिया को दिखाने के लिए सिर्फ सियासी ड्रामा करती हैं जिसकी जानकारी पार्टी के हर कार्यकर्ता के पास है.


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