उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के बस्ती (Basti) में परशुरामपुर थाना क्षेत्र के श्रृंगीनारी में बियर की दुकान के सेल्समैन विनय सिंह की हत्या कर लूट के मामले का पुलिस ने पर्दाफाश कर दिया है. मामले में पुलिस ने तीन हत्या के आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके पास से लूटे गए 22 हजार रुपये, देसी तमंचा और कारतूस बरामद किया है. यह जानकारी अपर पुलिस अधीक्षक ने कार्यालय में पत्रकारों से बातचीत के दौरान दी. उन्होंने बताया कि पुलिस के लिए चुनौती बनी इस घटना के पर्दाफाश के लिए परशुरामपुर पुलिस के साथ ही एंटी व्हीकल थेफ्ट और एसओजी की टीम भी लगाई गई थी.
कौन कहां से हुए गिरफ्तार
एएसपी ने बताया थानाध्यक्ष परशुरामपुर की अगुवाई में बनी एक संयुक्त टीम ने घटना से संबंधित इरफान निवासी कड़सरा परशुरामपुर को 17 मई को पुणे महाराष्ट्र से गिरफ्तार कर लिया. उसे ट्रांजिट रिमांड पर लेकर बस्ती लाया गया. इसके बाद घटना में दूसरे आरोपी मो. इस्लाम निवासी सुरवारपुर थाना छपिया जनपद गोंडा को 19 मई की देर रात 11.30 बजे परशुरामपुर थाना क्षेत्र के गन्नीपुर से, जबकि तीसरे हत्यारोपित रोहन सिंह उर्फ चमन सिंह निवासी कड़सरा को दिनांक 20 मई की भोर में कड़सरा गांव स्थित तालाब के पास से गिरफ्तार कर लिया.
एएसपी ने और क्या बताया
एएसपी ने बताया कि हत्या का आरोपी मो. इस्लाम के पास एक देसी तमंचा, एक कारतूस, लूटे गए रकम में से दो हजार रुपये जबकि रोहन सिंह के पास से लूटे गए रकम में से 20 हजार रुपये बरामद किए गए. सेल्समैन की हत्या के मामले में मुकदमा दर्ज कर पुलिस जांच कर रही थी. इसी दौरान आरोपियों के नाम प्रकाश में आए. पता चला कि इनका एक गैंग है. इसका लीडर रोहन सिंह है. गैंग के सदस्य समय-समय पर किसी के वाद विवाद में पेशकश कर कार्यवाही करते थे. फायदा होने वाले पक्ष से खर्च लिए रकम लेते थे. गैंग का ज्यादातर काम इरफान निवासी कड़सरा संभालता है.
गैंग बना रखे हैं
एएसपी ने बताया, हत्यारोपितों ने पूछताछ में बताया कि वे मध्य प्रदेश के चर्चित अपराधी दुर्लभ कश्यप को फेसबुक पर फॉलो करते थे. गैंग का सरगना रोहन सिंह दुर्लभ कश्यप की ही भांति कम उम्र में उसके जैसा नाम और पैसा कमाना चाहता था. इसलिए उसने गैंग बना रखा था. हत्या के एक सप्ताह पूर्व मृतक विनय सिंह मोटरसाइकिल से गिर गया था, जिससे उसके बैग में रखा पैसा और सामान छिटककर गिर गया था, जिसको रोहन व इरफान ने ही उठाया था. उसके पास रकम देख दोनों को लालच आ गई थी.
गोली मार दिया था
एएसपी ने बताया, अप्रैल में गैंग के कुछ लोगों को रुपयों की सख्त जरूरत थी, इसलिए 10 अप्रैल को योजना बनाते हुए धुनियाभीटी मोड़ पर विनय सिंह की बाइक रोककर उसको लूटने की कोशिश की गई. उसके द्वारा इरफान को पहचान लिए जाने पर उसने उसे गोली मार दी जिससे विनय की मौके पर ही मौत हो गई. बाद में उसके पास से 34 हजार रुपये लूट लिए गए. पकड़े जाने के डर से इरफान बाहर भाग गया था.
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