Basti News: गरीबों को निशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराने की सरकारी योजना के तहत कोटे की दुकानों से गरीब उपभोक्ताओं को दिए जा रहे नमक में बालू और मोरंग मिला है. कई गरीब उपभोक्ताओं ने इसकी शिकायत की. नमक के पैकेट में मोरंग और बालू मिलने की शिकायत के बाद कुछ लोगों द्वारा रियलिटी चेक किया गया तो शिकायत की पुष्टि हुई. नरहरिया, चिकवा टोला मोहल्ले में कई घरों से सरकारी नमक का पैकेट लेकर उसे बर्तन में रखकर पानी डाल कर घोला गया, और घुलने के बाद उसे छाना गया तो उसमें मोरंग और बालू मिला.


स्वास्थ्य से खिलवाड़
इस नमक की आपूर्ति नेफेड भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन संघ नाम की संस्था भारत सरकार को कर रही है. नमक के पैकेट पर खाद्य सुरक्षा गारण्टी की मुहर लगी है और केवल सरकारी आपूर्ति के लिए है. यह नमक गरीबों को निशुल्क खाद्यान्न उपलब्ध कराने की योजना के तहत बांटा जा रहा है. इस नमक के हर पैकेट पर मुख्यमंत्री और प्रधानमंत्री की फोटो छपी है, उनका प्रचार हो रहा है. पैकेट पर सोच ईमानदार, काम दमदार का स्लोगन भी लिखा है, लेकिन फ्री का नमक वितरित कर गरीबों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ किया जा रहा है. 


जांच की जाएगी-अधिकारी
पुरानी बस्ती क्षेत्र के नरहरिया में तमाम परिवार निःशुल्क खाद्यान्न योजना का लाभ ले रहे हैं. ज्यादातर घरों में सरकारी नमक मौजूद था. कई लोगों की मौजूदगी में नमक का पूरा पैकेट फाड़कर इसे पानी में डाल दिया गया. चम्मच से पानी चलाया गया जिससे इसमे डाला गया नमक पूरी तरह घुल जाए. इसके बाद इसे बारीक छननी से छाना गया, जो कुछ निकलकर सामने आया उसे देखकर आसपास मौजूद लोगों की आखें खुली रह गईं.


स्थानीय प्रशासन से लेकर सरकार तक को लोगों को इसका जवाब देना चाहिए. जांच में आरोपों की पुष्टि होने पर पैकिंग करने वाली और आपूर्ति करने वाली संस्थाओं के खिलाफ गंभीर धाराओ में मुकदमा दर्ज कर कार्रवाई करनी चाहिए. बहरहाल इस मामले में जिला पूर्ति अधिकारी सत्यवीर सिंह से बात की गई तो उन्होने कहा कि मामला गंभीर है, हम इसकी जांच करवाते हैं, आरोप सही साबित हुए तो आपूर्ति रोकवा दी जाएगी.


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