Bazpur Land Issue: उत्तराखंड (Uttarakhand) के उधम सिंह नगर (Udham Singh Nagar) के बाजपुर में अपनी जमीनों का मालिकाना हक वापस लेने के लिए लोगों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन शुरू कर दिया है. इसे लेकर लोगों ने नगर में आक्रोश रैली निकाली और सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया. दरअसल बाजपुर के 20 गांवों की 5838 एकड़ भूमि पर बसे लोगों की ओर से सरकार से अपनी भूमि का मालिकाना हक वापस लेने के लिए लगातार मांग की जा रही थी. वहीं लोगों ने प्रदेश सरकार पर उनकी मांग को अनसुना करने का आरोप लगाया है.
इसके बाद लोगों ने सरकार के खिलाफ आंदोलन करने की रणनीति तैयार की है. ऐसे में सैकड़ों की संख्या में लोग बाजपुर तहसील की अनाज मंडी में एकत्र हुए, जहां भूमि बचाओ आंदोलन के बैनर तले लोगों ने नगर में आक्रोश रैली निकालते हुए प्रदेश सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने तहसील परिसर में सरकार के खिलाफ अनिश्चितकालीन धरना-प्रदर्शन शुरू कर दिया.
राजनीतिक संगठनों से जुड़े लोगों का मिला समर्थन
20 गांवों की भूमि को लेकर शुरू हुए भूमि बचाओ आंदोलन को अलग-अलग राजनीतिक संगठनों से जुड़े लोगों की ओर से समर्थन दिया जा रहा है. इस दौरान प्रदर्शनकारी रजनीत सिंह सोनू ने कहा कि लोग अपनी भूमि का मालिकाना हक सरकार से वापस लेकर रहेंगे जिसके लिए लोगों को आंदोलन जितने भी दिन चलाना पड़े. वहीं किसान नेता जगतार सिंह बाजवा ने कहा कि अब आर-पार की लड़ाई नहीं पार-पार की लड़ाई हो गई है. ऐसे में सरकार को लोगों को उनकी भूमि का मालिकाना हक देना होगा.
सरकार ने जमीन की खरीद-बिक्री पर रोक लगा दी है रोक
बता दें कि उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले के बाजपुर क्षेत्र में लगभग 20 ऐसे गांव हैं, जिनकी जमीन पर सरकार ने खरीदने-बेचने पर रोक लगा दी है. इस गांव में बसे लोगों को अब अपनी रोजी-रोटी का घरों में संकट मंडराता हुआ दिखाई दे रहा है. इसको लेकर यहां के ग्रामीण खासे आक्रोशित हैं और सरकार से मांग कर रहे हैं कि उन्हें फिर से उनकी जमीनों का मालिकाना हक दिया जाए. इन 20 गांव के लोगों ने सरकार के खिलाफ अब अपना आंदोलन शुरू किया है, जिसका समर्थन किसान आंदोलन से जुड़े रहे जगतार सिंह बाजवा ने भी किया है.
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