Uttarakhand News: उत्तराखंड के पहाड़ी क्षेत्रों में आए दिन जंगली जानवरों का आतंक बढ़ता ही जा रहा है. जिसके चलते मनुष्य को इसकी कीमत जान देकर चुकानी पड़ रही है. ताजा मामला थराली ब्लाक के अंतर्गत बद्रीनाथ वन प्रभाग के मध्य पिंडर रेंज का है. यहां के डुंगरी गांव में एक टीचर पर स्कूल जाते समय भालू ने जान लेवा हमला कर घायल कर दिया है.
भालू के साथ हुए संघर्ष के बीच टीचर ने बामुश्किल अपनी जान बचाई. घायल टीचर को थराली अस्पताल में प्राथमिक उपचार के बाद हायर सेंटर रेफर कर दिया गया है. विभागीय अधिकारियों का कहना है कि जंगली जानवरों के आतंक को कम करने के लिए बाहर से समय-समय पर टीम बुलाई जाती है. ताकि जंगली जानवरों के आतंक को कम किया जा सके. पीड़ित को विभाग की ओर से मुआवजा दिया जाएगा.
टीचर की दबसरें गांव में लगाई गई थी ड्यूटी
थराली विधानसभा के अंतर्गत जंगली जानवरों के आतंक से लोग परेशान हैं. जंगली जानवर खेतों में फसलों को नुकसान पहुंचाने के साथ-साथ इंसानों पर भी हमले कर रहे है. घटना थराली ब्लाक के अंतर्गत शोल पट्टी की है. यह क्षेत्र बद्रीनाथ वन प्रभाग के मध्य पिंडर रेंज के अंतर्गत आता है. यहां सोमवार सुबह एक शिक्षक को स्कूल जाते समय पहले से ही घात लगाए भालू ने जनालेवा हमला कर बुरी तरह से घायल कर दिया, जैसे-तैसे शिक्षक ने अपनी जान बचाई. बताया जा रहा है कि इन दिनों टीचर की ड्यूटी अन्य स्कूल में लगाई गई है. जिसके चलते शिक्षक को पैदल जंगल के रास्ते स्कूल में पहुंचना पड़ता है.
वन विभाग देगा मुआवजा
इस पूरे मामले को लेकर शिक्षक संघ के पदाधिकारियों का कहना है कि यदि भालू के हमले से पीड़ित शिक्षक को अपने ही मूल विद्यालय में रखा जाता तो यह घटना नहीं होती. घायल शिक्षक को प्राथमिक उपचार के लिए थराली अस्तपाल लाया गया है. डॉक्टरों ने प्राथमिक उपचार देने के बाद घायल को हायर सेंटर रेफर कर दिया है.
घटना सूचना मिलते ही बद्रीनाथ वन प्रभाग के प्रभागीय वनाधिकारी का कहना है कि इस पूरी घटना की जांच रिपोर्ट बनाई जाएगी और मेडिकल रिपोर्ट आने पर मुआवजा दिया जाएगा. साधारण घायल को 15 हजार और गंभीर रूप से घायल व्यक्ति को 50 हजार रुपये दिया जाएगा. फाइनल रिपोर्ट आने के बाद यह राशि पीड़ित के खाते में भेजी जाएगी, भालू के आतंक को लेकर उन्होंने कहा कि इसके लिए विभाग द्वारा जागरूकता अभियान चलाया जाएगा और स्टाफ द्वारा गस्त भी लगाई जाएगी.