लखनऊ, एबीपी गंगा। इंदिरा नगर अग्निकांड में सीएम योगी आदित्यनाथ ने संज्ञान लिया है और घटना पर दुख जताया। साथ ही सीएम ने जांच के भी आदेश दिए। सीएम ने पूरे मामले की रिपोर्ट 7 दिन में कमिश्नर से मांगी है। सीएम ने कहा कि हादसे की जांच जल्द से जल्द पूरी की जाए और लापरवाही बरतने वालों पर कार्रवाई की जाए। एबीपी गंगा ने इस खबर को प्रमुखता से चलाया था, जिसका असर देखने को मिला है और मामले में सीएम ने संज्ञान लेते हुए जांच के आदेश दे दिए हैं।



बता दें कि बुधवार को लखनऊ के इंदिरा नगर इलाके में एक दर्दनाक हादसे में एक ही परिवार के पांच लोगों की मौत हो गई।  बताया जा रहा है कि घर के अंदर शॉर्ट सर्किट से आग लग गई, जिस कारण धुएं से दमकर घुटकर एक ही परिवार के पांच लोगों की जान चली गई। ये दर्दनाक हादसा इंदिरा नगर थाना क्षेत्र के अंबेडकर कॉलोनी में आग लगने से हुआ। जानकारी के मुताबिक, एक महिला की इलाज के दौरान अस्पताल में मौत हो गई। जबकि पति,पत्नी और बच्चे के साथ एक 53 वर्षीय शख्स की मौके पर ही मौत हो गई।



कैसे घटा दर्दनाक हादसा


इंदिरानगर थानाक्षेत्र के अंबेडरनगर कालोनी में बने मकान में मंगलवार रात चैन की नींद सोई पांच जिंदगियां आज मौत की कभी न टूटने वाली नींद में सो गई।  एक 6 माह के मासूम के साथ घर में सो रहे पांच लोगों की मौत हो गई। घटना बुधवार सुबह 2 से 3 बजे की है, जब बिजली के बोर्ड से हुए शार्टसर्किट ने पूरे घर में आग लगा दी। दरअसल, इस बिल्डिंग की ऊपरी मंजिल पर परिवार रहता है और नीचे गैस चूल्हा व इसके पार्ट्स का गोदाम है। परिवार में 30 वर्षीय सुमित सिंह, उनकी पत्नी 28 वर्षीय जूली और छह साल का मासूम बेटा बाबू सोया था। दूसरे कमरे में सुमित की बहन वंदना सिंह और उसका भांजा डब्लू सिंह सोये थे। आशंका जताई जा रही कि शार्ट सर्किट के चलते निकली चिनगारी से पहले बिजली बोर्ड के पास रखे गत्ते में आग लगी थी और फिर देखते-देखते पूरे घर में आग लग गई। एसी के आवाज के चलते शायद गहरी नींद में सो रहे परिवार को मौत की आहट सुनाई नहीं पड़ी और पूरा परिवार जलकर खाक हो गया। मौके पर पहुंची दमकल की दर्जन भर गाड़ियों ने घंटो की मशक्कत के बाद आग पर काबू पाया।



आग लगने से परिवार के 5 लोगों की मौत के इस दर्दनाक हादसे पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दुख जताया है और जांच के आदेश दे दिये हैं। सीएम ने 7 दिन के अंदर कमिश्नर से रिपोर्ट मांगी है और लापरवाही बरतने पर अफसरों पर कार्रवाई का आदेश दिया है। फिलहाल इस हादसे पर कार्रवाई और जांच भले पूरी हो जाये, लेकिन यह हादसा सबक भी है कि रिहायशी इलाकों में चल रही अवैध फैक्ट्री और गोदाम भले प्रशासन की मिलीभगत से तिजोरी भर दे, लेकिन यह अवैध कारोबार जिंदगी पर मौत का खतरा भी बढ़ा देता है।