UP: मेरठ में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यक्रम से पहले पुलिस द्वारा एहतियात के तौर पर उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की गई जिनके कारण कानून-व्यवस्था बिगड़ने या कार्यक्रम में व्यवधान पैदा होने का अंदेशा था. सूचना के अनुसार, पुलिस ने इस कार्रवाई में भाजपा के श्रमिक मोर्चा के एक स्थानीय नेता को भी नजरबंद कर दिया जिन्हें हाल ही में मुख्यमंत्री ने सम्मानित किया था. गौरतलब है कि गुरुवार को योगी मेरठ में थे.


जल संरक्षण के लिए किया गया था सम्मानित
पुलिस की इस एहतियाती कार्रवाई के तहत अपने ही घर में दिन भर नजरबंद रहे श्रमिक नेता राजीव त्यागी का कहना है कि हाल ही में बनारस में एक कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने जल-संरक्षण के क्षेत्र में कार्य के लिए उन्हें सम्मानित किया था, इसके बावजूद मुख्यमंत्री के कार्यक्रम में बाधा पहुंचाने के संदेह में नजरबंद किया जाना उनकी समझ से बाहर है.


विरोध प्रदर्शन की मेरी योजना नहीं थी
स्थानीय पुलिस का कहना है कि उन्होंने ऊपर से मिली सूचना के आधार पर त्यागी को नोटिस भेजकर नजरबंद किया हालांकि वह विस्तार से कुछ नहीं बता रही है. त्यागी का कहना है मैंने घर आई पुलिस से कहा भी कि मैं भारतीय किसान मजदूर संगठन प्रभारी नहीं हूं. मैं बीजेपी से जुड़े भारतीय मजदूर संघ का ज़िला अध्यक्ष हूं. उन्होंने बताया कि मैंने पुलिस से यह भी कहा कि मेरा मुख्यमंत्री को ज्ञापन देने या उनके कार्यक्रम में विरोध प्रदर्शन करने की कोई योजना नहीं है, इसके बावजूद मुझे नजरबंद कर दिया गया.



त्यागी के अनुसार उनके घर पहुंची रोहटा थाना पुलिस ने एक नोटिस लगाकर उन्हें घर से बाहर निकलने को मना कर दिया. इस नोटिस में त्यागी को भारतीय किसान मजदूर संगठन, मेरठ का जिलाध्यक्ष बताया गया है, हालांकि त्यागी का कहना है कि वह भाजपा से जुड़े भारतीय मजदूर संघ के जिला अध्यक्ष हैं.


इस पूरे मामले में यह पूछने पर कि जिन राजीव त्यागी को किसान नेता बताकर नजरबंद किया गया वह स्वयं को भाजपा का श्रमिक नेता बता रहे हैं, रोहटा थाने के प्रभारी उपेन्द्र सिंह ने कहा, ‘‘हमने ऊपर से मिले आदेश पर कार्रवाई करते हुए राजीव त्यागी को नोटिस भेजकर उन्हें घर पर नजरबंद किया था.’’ इस भ्रम की स्थिति को लेकर सवाल करने पर सिंह ने कहा, ‘‘ इससे ज्यादा हम आपको कुछ नहीं बता सकते.’’


व्यवधान उत्पन्न करने पर कार्रवाई की चेतावनी
थाना प्रभारी रोहटा के हस्ताक्षर से जारी त्यागी के नजरबंदी नोटिस में कहा गया है कि वह मुख्यमंत्री से मिलने अथवा उन्हें ज्ञापन देने का कार्यक्रम स्थागित कर दें. यदि उनके उपरोक्त कार्यक्रम से मुख्यमंत्री के दिव्यांग प्रोत्साहन कार्यक्रम में कोई व्यवधान उत्पन्न होता है तथा शान्ति एवं कानून व्यवस्था प्रभावित होती है तो उनके खिलाफ कठोरतापूर्वक नियमानुसार आवश्यक कार्रवाई की जाएगी.


राजीव त्यागी के अनुसार, मेरठ में मुख्यमंत्री का कार्यक्रम संपन्न होने तक दो पुलिसकर्मी उनके घर के बाहर मुस्तैद रहे. पूरी घटना पर दुख जताते हुए त्यागी ने कहा, ‘‘नजरबंद होने के कारण मैं आज ड्यूटी पर भी नहीं जा सका.’’


ये भी पढ़ें


शिवपाल यादव का बड़ा बयान, कहा- बीजेपी को हराने के लिए सपा से गठबंधन ही नहीं बल्कि विलय को भी तैयार


UP Election 2022: अखिलेश यादव बोले- पिछड़ों का आरक्षण छीन रही है BJP, सपा सरकार आने पर पिछड़ों की होगी गिनती


UP Assembly Election 2022: उत्तर प्रदेश के एक ऐसे मुख्यमंत्री जो पद पर रहते ही हुए चुनाव हार गए थे