अभिनेता अली फजल ने अपनी किशोरावस्था में ही स्वतंत्र रहना सीख लिया और उन्होंने महसूस किया कि यह आजादी बहुत बड़ी जिम्मेदारी लेकर आती है।
अभिनेता ने कहा कि उनके बोर्डिग स्कूल के अनुभव ने उन्हें लॉकडाउन से निपटने में बेहतर तरीके से तैयार किया। मार्च की शुरूआत से ही अली अपने बांद्रा स्थित घर पर हैं, और घर पर बिना किसी की मदद के अच्छी तरह से काम कर रहे हैं।
अली ने कहा, "मैं एक एक्सीडेंटल कुक हूं। लेकिन घर से बाहर रहने और बोर्डिग स्कूल में रहने से मुझे एहसास हुआ कि मैं अपने दम पर अच्छी तरह से मैनेज कर सकता हूं।"
उन्होंने कहा, "मुझे याद है कि जब मैं पहली बार दून गया था, तब मैं अपनी किशोरावस्था में था। मैंने कुछ हफ्तों तक संघर्ष किया। लेकिन बाद में यह आनंददायक हो गया। स्वतंत्र होने के अपने फायदे हैं लेकिन यह आजादी बहुत जिम्मेदारी के साथ आती है।" अभिनेता को लगता है, "जैसे-जैसे आप बड़े होते हैं, काम करना शुरू करते हैं, आप अपने लिए एक बेहतर जीवन चाहते हैं।"
"घर आपका सुरक्षित आश्रय है और मैंने अपनी पसंद को बनाए रखने के लिए खुद को इससे दूर रखा। घर के काम करने को लेकर पुरुषों के बारे में अलग सोच है। लेकिन आपका घर है तो आप ही काम करेंगे ना। बोडिर्ंग स्कूल में रहने के अनुभव के कारण मैं अपने साथ सहज हूं। मुझे अपने लोगों से प्यार है। मैं उन्हें चाहता हूं लेकिन उनकी जरूरत नहीं है।"