Kanpur Dehat News: उत्तर प्रदेश और केंद्र की सरकार लगातार गरीबों को नि:शुल्क अन्य वितरण करने की मुहिम चला रही है, जिससे हर गरीब को दो वक्त का खाना समय पर मिल सके. लेकिन सरकारी गल्ले की दुकानों पर जनता को दिए जाने वाले प्रति यूनिट में 1 किलो से 2 किलो कम राशन तोला जा रहा है. यह जिले की किसी एक सरकारी गल्ले की दुकान का हाल नहीं है, बल्कि जनपद में अमूमन राशन कोटेदार इस तरह की धांधली कर रहे हैं.
जनपद कानपुर देहात में अगर कोटेदारों की बात करें तो यहां पर नबीपुर गांव ,बेहबलपुर गांव कृपालपुर, बरहापुर समेत कई गांव जो कि अकबरपुर तहसील के अंतर्गत आते हैं इन सभी गांवों में अमूमन एक जैसे ही हालात देखने को मिल रहे हैं, जनता को एक तारीख से 10 तारीख के बीच प्रतिमाह राशन वितरण किए जाता है, जिस में आए दिन कोटेदार अपने दुकानों को अमूमन रखते हैं और अगर उसे खोलते हैं तो उसमें आए हुए गरीब जनता को कम राशन तौल कर अपनी जेबें गर्म करते हैं. ऐसे ही जब हमारी टीम ने राशन वितरण की दुकानों पर जाकर हकीकत जाननी चाही तो ऐसे सैकड़ों लोग मिले, जिन्होंने कोटेदारों पर इस बात का आरोप लगाया कि राशन कोटेदार हमेशा प्रति यूनिट राशन वितरण में 1 से 2 किलो राशन कम तौलते हैं, वही जहां किसी के राशन कार्ड में 5 यूनिट देना होता है तो ऐसे राशन लेने वाले परिवारों को कोटेदार चार यूनिट का ही राशन वितरण कर रहे हैं. सीधे-सीधे देखा जा सकता है कि कैसे राशन कोटेदार साफ तौर से पांच यूनिट के दर्ज कार्ड धारक को एक यूनिट यानी प्रति यूनिट 5 किलो राशन कम दे रहे हैं और इस बाबत जनता को इस बात का हवाला दिया जाता है कि राशन ऊपर स्तर से ही कम भेजा जा रहा है.
ग्रामीणों ने कोटेदार पर लगाए ये आरोप
राशन ले रहे ग्रामीणों से बात करने पर आरोपों की झड़ी लग गई. राशन लेने वाले हर महिला और पुरुष की जुबान पर सिर्फ एक ही बात चल रही थी कि राशन कोटेदार लगातार राशन में कटौती कर रहा है और इस कटौती को देखने वाला कोई भी नहीं लगातार जनता कोटेदार से इस बाबत बात भी कर रही थी लेकिन जवाब एक ही था कि ऊपर स्तर से राशन कम आ रहा है. हालांकि कम राशन की बात जनता कह रही है. लेकिन हमने इस बारे में राशन कोटेदार से भी बात की तो उसने साफ तौर से कह दिया कि हम पूरा राशन जनता को देते हैं और इस तरीके की कोई भी धांधली उसके राशन की दुकान पर नहीं की जा रही है. लेकिन तस्वीरें साफ हैं क्योंकि आरोप लगाने वाले भी राशन की दुकान पर मौजूद थे और आरोप को गलत कहने वाला कोटेदार भी उसी जगह पर मौजूद था.
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