Protest in Uttarakhand over violence in Bangladesh: बांग्लादेश में हिन्दुओं के खिलाफ बढ़ती हिंसा और इस्कॉन से जुड़े चिन्मय कृष्ण दास की गिरफ्तारी के बाद से पूरे भारत में बांग्लादेश सरकार के खिलाफ विरोध लगातार बढ़ता जा रहा है. इस क्रम में उत्तराखंड में बंगाली समाज और भारतीय़ जनता पार्टी के कार्यकर्ताओं द्वारा संयुक्त रूप से विरोध प्रदर्शन करते हुए बांग्लादेश के प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस का पुतला दहन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने भारत सरकार से बांग्लादेश के खिलाफ कठोर से कठोर कार्रवाई करने की मांग की.
कट्टरपंथियों द्वारा बांग्लादेश में हिंदुओं और उनके मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है, कई जगह पर हिंदुओं को धर्म परिवर्तन करने के लिए मजबूर किया जा रहा है. इसके विरोध में उत्तराखंड के उधम सिंह नगर जिले में बंगाली समाज एवं बीजेपी कार्यकर्ताओं द्वारा संयुक्त रूप से प्रदर्शन कर बांग्लादेश के प्रधानमंत्री मोहम्मद यूनुस के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उनका पुतला दहन किया. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस की सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि जो सरकार सत्ता पलट करके बनी है उसे सरकार के बनने के बाद से लगातार हिंदुओं के खिलाफ हिंसात्मक घटनाओं में बढ़ोत्तरी हुई है, लगातार सनातन धर्म से जुड़े लोगों और उनके मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है.
हिंसा में हिंदूओं को निशाना बनाया जा रहा है
प्रदर्शनकारी ने मीडिया को बताया कि बांग्लादेश में पिछले कुछ महीना से हमारे हिंदू बंगाली भाइयों और उनके मंदिरों को खास तौर पर निशाना बनाया जा रहा है. कई जगह पर धर्म परिवर्तन करने के लिए हिंदुओं को मजबूर किया जा रहा है. उन्होंने कहा कि इन सभी घटनाओं के पीछे कहीं ना कहीं बांग्लादेश की मोहम्मद यूनुस सरकार का हाथ है जिसके कारण दिन-दिन हिंसा में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है. हमारी भारत सरकार से अपील है कि बांग्लादेश में हो रहे अत्याचार के खिलाफ कठोर कदम उठाकर कार्रवाई की जाए.
बांग्लादेश हिंसा दुख का विषय- बीजेपी विधायक
वरिष्ठ बीजेपी नेता एवं पूर्व विधायक राजेश शुक्ला ने कहा कि बांग्लादेश में तख्ता पलट के बाद से जो हिंसा शुरू हुई थी उसमें सनातन धर्म से जुड़े लोगों और उनके मंदिरों को निशाना बनाया जा रहा है, जो की बहुत ही दुःख का विषय है. उन्होंने कहा कि बांग्लादेश निर्माण के बाद जिस इस्कॉन ने बांग्लादेश के लोगों को निशुल्क रूप से भोजन उपलब्ध कराया था, आज उनसे जुड़े लोगों की गिरफ्तारी और मंदिरों पर हमले हो रहे हैं. इस तरह की हिंसा किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी. आज विश्व के विभिन्न स्थान में रहने वाले सनातन धर्म के लोग बांग्लादेश के उन तमाम सनातन धर्म के लोगों के साथ खड़े हुए हैं. अगर जल्द से जल्द बांग्लादेश सरकार द्वारा कट्टरपंथियों के खिलाफ कठोर कदम नहीं उठाएगी, तो आने वाले समय में बांग्लादेश को इसकी भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.
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