दुनियाभर के संकट बना कोरोना वायरस विश्व की अर्थव्यवस्था की कमर तोड़ने पर आमादा है। चीन से शुरू हुई ये घातक बीमारी से दुनिया के तमाम देश प्रभावित हो रहे हैं। भारत की अर्थव्यवस्था पर भी बुरा असर पड़ा है। शेयर बाजार के गिरने का रोज नया रिकॉर्ड बन रहा है। निवेशक भी परेशान हैं..करोड़ों रुपये उनका डूब चुका है। आज हम आपको बता रहे हैं कि किन योजनाओं में पैसा लगाना सही रहेगा। मौजूदा दौर में पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग्स स्कीम एक बेहतर विकल्प है।


यहां रिटर्न की गारंटी है। इस तथ्य को याद रखना जरूरी है कि बैंक के डिफॉल्ट होने की स्थिति में एक निश्चित राशि तक ही बीमा गांरटी होती है। यह गारंटी डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन (DICGC) बैंक अपने ग्राहकों देता है। जबकि, डाक घर में जमा पैसों पर सॉवरेन गारंटी होती है। इसलिए आप पोस्ट ऑफिस की स्मॉल सेविंग स्कीम्स जैसे पीपीएफ, टाइम डिपॉजिट, NSC में पैसा लगा सकते हैं।


पब्लिक प्रोविडेंट फंड (PPF)
पोस्ट ऑफिस की इस स्कीम में सालाना 7.9 फीसदी का ब्याज मिलता है। एक वित्तीय वर्ष में कम से कम 500 रुपये और अधिकतम 1.5 लाख रुपये का निवेश किया जा सकता है। डिपॉजिट आप एकमुश्त राशि या 12 किस्तों में कर सकते हैं. इस स्कीम में ज्वॉइंट अकाउंट नहीं खोला जा सकता और भारत का कोई भी नागरिक केवल एक अकाउंट खोल सकता है। अकाउंट को कैश या चेक से भी खोला जा सकता है। चेक की तारीख जिस दिन अकाउंट खोला जा रहा है, वह होनी चाहिए।


अकाउंट को एक पोस्ट ऑफिस से दूसरे में ट्रांसफर किया जा सकता है। इसका मैच्योरिटी पीरियड 15 साल का है लेकिन मैच्योरिटी के एक साल के भीतर इसे 5 साल के लिए और बढ़ाया जा सकता है और आगे भी इसी तरह जारी रहेगा। इसके साथ ही पोस्ट ऑफिस की पीपीएफ में आपको जमा राशि पर इनकम टैक्स एक्ट के सेक्शन 80C के तहत 1.5 लाख रुपये तक की राशि पर टैक्स छूट भी मिलेगी। इसके तहत ब्याज करमुक्त होता है।


पोस्ट ऑफिस टाइम डिपॉजिट (TD)
टाइम डिपॉजिट को फिक्स्ड डिपॉजिट भी कहा जाता है। इसमें 1 साल, 3 साल, 5 साल की अवधि के लिए निवेश पर 6.9 फीसदी का ब्याज मिलेगा, जबकि 5 साल की अवधि के लिए निवेश पर 7.7 फीसदी का ब्याज मिल रहा है। स्कीम में आपको कम से कम 1000 रुपये का निवेश करना है और 100 के गुना में आप कितना भी निवेश कर सकते हैं, अधिकतम सीमा नहीं है। ब्याज का भुगतान सालाना तौर पर होगा लेकिन इसकी गणना तिमाही के अनुसार की जाती है।