नई दिल्ली। पंजाब एंड महाराष्ट्र को-ऑपरेटिव बैंक यानी पीएमसी बैंक में घोटाले के बाद बैंक ग्राहकों के मन में कई सवाल उठ रहे हैं। एक आम खाता धारक के मन में शंका है कि अगर उनके बैंक पर ऐसा संकट आया तो उनके जमा पैसे और बचत का क्या होगा। हालांकि, बैंक के हर एक खाते पर एक लाख रुपये तक का डिपॉजिट इंश्योरेंस है। देश के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ कि कोई कॉमर्शियल बैंक डूब गया हो। हालांकि, कुछ ऐसे मामले जरूर है, जब कुछ खस्ताहाल बैंकों का दूसरे बैंक के साथ विलय कर दिया गया, ताकि किसी डिपॉजिटर का पैसा न डूब सके। आपको बता दें कि डिपॉजिट इंश्योरेंस एंड क्रेडिट गारंटी कॉरपोरेशन स्कीम के तहत, बैंकों में सेविंग अकाउंट, करंट अकाउंट, रिकरिंग डिपॉजिट, बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट पर एक लाख रुपये तक का बीमा होता है। इसमें मूलधन और उसपर मिलने वाला ब्याज भी शामिल होता है।
आज हम आपको बता रहे हैं कि बैंक में जमा धन को आप कैसे सुरक्षित रख सकते हैं।
गवर्नमेंट सेविंग बॉन्ड
केंद्र सरकार 7 सालों के लिए 7.75 फीसदी सेविंग्स बॉन्ड जारी करती है। वर्तमान में बैंकों के एफडी रेट्स कम होते जा रहे हैं, ऐसे में केंद्र सरकार की तरफ से जारी किया जाने वाला यह बॉन्ड लंबी अवधि में निवेश के लिए आपको बेहतर विकल्प देता है। इन बॉन्ड्स पर आपको छह महीने पर या मैच्योरिटी के समय पर ब्याज मिलता है। यह रकम टैक्सेबेल होती है।
पोस्ट ऑफिस स्कीम्स
इस साल जनवरी से लेकर अब तक भारतीय रिजर्व बैंक नीतिगत ब्याज दरों (Policy Rates) में 135 आधार अंकों की कटौती कर चुका है। आने वाले दिनों में भी अभी और कटौती का कयास लगाया जा रहा है। लेकिन, इन सबके बीच अच्छी बात यह है कि दिसंबर तिमाही के लिए सरकार ने पोस्ट ऑफिस स्मॉल सेविंग्स स्कीम्स पर मिलने वाले ब्याज दरों में कोई बदलाव नहीं करने का फैसला किया है। ऐसे में एक निवेशक के तौर पर आपके पास विकल्प है कि आप इनमें लंबी अवधि के लिए निवेश करें।
पोस्ट ऑफिस में टाइम डिपॉजिट (PO Time Deposit) पर 1, 2 और 3 सालों के लिए 6.9 फीसदी की दर से ब्याज मिल रहा है। वहीं, 5 सालों के लिए यह 7.7 फीसदी है। सीनियर सिटीजन को 5 सालों के लिए यह ब्याज दर 8.6 फीसदी है। नेशनल सेविंग सर्टिफिकेट पर ब्याज दर 7.9 फीसदी का है।