भदोही: नटवर लाल गैंग ने दो बार बेच दी करोड़ों की सरकारी जमीन, लेखपाल ने दर्ज कराया 10 लोगों पर मुकदमा
Bhadohi Land Fraud: भदोही में जांच के बाद सरकारी जमीन की हेरफेर का हैरान करने वाला मामला सामने आया है. इस मामले में औराई तहसील के लेखपाल ने 10 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराया है.
Bhadohi News Today: उत्तर प्रदेश के भदोही जिले में मिस्टर नटवरलाल ने करोड़ों की सरकारी जमीन का ऐसा सौदा किया जिसे सरकारी मशीनरी भी न पकड़ सकी. आरोपियों ने बेशकीमती जमीन को सरकारी अधिकारियों की नजरों से बचाकर एक बार फिर बेच दिया. लेखपाल ने इस मामले में सुसंगत धाराओं में FIR दर्ज कराई है, जिसके बाद पूरे मामले का खुलासा हुआ है.
अब यह गैंग फिर से सुर्खियों में है. हालांकि अब इस मामले में भदोही जिलाधिकारी विशाल सिंह ने सख्त कार्रवाई की बात कही है और संबंधित अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की चेतावनी दी है. लेखपाल ने जांच जब एफआईआर दर्ज कराई तो अधिकारी भी चौंक गए.
कैबिनेट मंत्री से हस्तक्षेप की मांग
भदोही जिले में सरकारी जमीन के कथित दलालों के खिलाफ सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और यूपी सरकार में कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश राजभर से हस्तक्षेप की मांग की गई है. इसके अलावा मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, राजस्व विभाग और अपर मुख्य सचिव गृह से भी कार्रवाई की अपील की गई है. फिलहाल मामले में जांच शुरू हो गई है.
ये पूरा मामला औराई तहसील के ज्ञानपुर कोतवाली क्षेत्र अंतर्गत असनांव बाजार के खेमईपुर ग्राम सभा का है. यहां पर करोड़ों रुपये की खाली पड़ी सरकारी जमीन है. जिसे मिस्टर नटवर लालों की गैंग ने अधिकारियों और कर्मचारियों से मिली भगत कर कागजों में हेराफेरी की और जमीन को कौड़ियों के भाव खरीद लिया. बाद में आरोपियों ने जमीन को मोटे मुनाफे में बेच दिया.
10 लोगों पर मुकदमा दर्ज
औराई तहसील में कार्यरत लेखपाल रामकुमार यादव ने लालचंद पुत्र सीताराम समेत अन्य 10 लोगों के खिलाफ धोखाधड़ी कर राजस्व अभिलेखों में अपना नाम दर्ज करवाने और उसे खरीदने बेचने के मामले में ज्ञानपुर कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया है.
सरकारी जमीन धोखाधड़ी मामले में आरोपियों के खिलाफ भारतीय न्याय संहिता 2023 की धारा 319 (2) और 318 (4) के तहत मुकदमा दर्ज किया है. भदोही जिले में मिस्टर नटवर लालों की गैंग जनपद में बीते कई सालों से ऐसे खाली पड़े सरकारी और गैर सरकारी जमीनों की हेराफेरी करने का काम करती रही है.
'2012 में निरस्त किया रजिस्ट्रेशन'
एडीएम भदोही कुंवर वीरेंद्र मौर्या ने बताया कि साल 2006 में कई बीघे जमीन को कुछ लोगों ने अपने नाम करवा लिया था. जिसकी शिकायत मिलने पर 2012 में उसे निरस्त कर दोबारा सरकार के पक्ष में करने को कहा गया था. इसके बावजूद कागजों पर उनका नाम चला आ रहा था.
ज्ञानपुर कोतवाली में दर्ज FIR के अनुसार, ग्रामसभा खेमइपुर की घाटा संख्या 479 छ, 494 ख, 495, 496, 498, 500, 501, 522 ग मि, 558 ख, 985, 1048 और 52 घ गाटे में जमीन कई बीघे में फैली हुई है. जिसे अवैध ढंग से क्रय विक्रय किया गया है. जिसकी शुरुआती कीमत करोड़ों रुपये आंकी गई है.
'सबके खिलाफ होगी कार्रवाई'
जिलाधिकारी विशाल सिंह ने बताया है कि इन सभी पहलुओं पर जांच की जा रही है. इस मामले सबके खिलाफ जांच होगी चाहे वो सरकारी कर्मचारी ही क्यों न हो. इस तरह के अवैध काम करने वालों में शामिल किसी को भी छोड़ा नहीं जाएगा.
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