भदोही, रोहित: उत्तर प्रदेश में इन दिनों खादी और खाकी कि चर्चा अब खास हो गई है. जो खाकी पहले खादी की सुरक्षा करती थी वही खाकी अब उनके पीछे लगी है. कभी मंत्री, कभी सांसद तो कभी विधायक और अब एमएलसी फरारी काट रही हैं. पुलिस एमएलसी रामललली मिश्रा का पीछा कर रही है.
मामला भदोही जिले गोपीगंज थाना क्षेत्र स्थित धानापुर का है, जहां कृष्ण मोहन तिवारी नाम के व्यक्ति ने अपने ही सगे रिश्तेदार बाहुबली विधायक भाई विजय मिश्रा, एमएलसी भाभी रामलली मिश्रा और भतीजे विष्णु मिश्रा पर मकान में जबरदस्ती रहने, जबरन वसीयत करने का दबाव बनाने के साथ-साथ मेसर्स फर्म कम्पनी पर कब्जा करने की लिखित शिकायत गोपीगंज थाना में देकर एफआईआर दर्ज कराई है.
पुलिस ने खादी पहने बाहुबली विधायक को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया, जिसे लेकर काफी हंगामा भी मचा था. विधायक के पुत्र को किसी तरह अग्रिम जमानत मिल गई. अब खाकी ने ठाना है कि खादी का चोला ओढ़े मिर्जापुर-सोनभद्र से समाजवादी पार्टी की एमएलसी रामलली मिश्रा के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. इसी को देखते हुए एमएलसी साहिबा अचानक लापता हो गई हैं.
पुलिस के सख्त रुख को देखते हुए एमएलसी साहिबा इन दिनों फरारी काट रही हैं. सीजेएम कोर्ट ने इनकी अग्रिम जमानत याचिका को खारिज कर दिया था, जिसके रामलली मिश्रा को डर और सताने लगा कि कहीं विधायक पति जैसे इनको भी जेल न जाना पड़े. रामलली मिश्रा अपने सरकारी गनर को चकमा देते हुए अचानक नौ दो ग्यारह हो गईं. इसकी सूचना गनर ने अपने उच्चाधिकारीयों को दी थी. हालांकि, उसी दिन मध्य प्रदेश के मालवा से विधायक पति विजय मिश्रा को गिरफ्तार कर लिया गया था.
पूरे मामले पर पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह का कहना है कि ''अपराधी चाहे कोई भी हो हम उसे पकड़कर ही रहेंगे. अगल से पुलिस की कई टीमें बनाकर एमएलसी रामलली मिश्रा की धरपकड़ के लिए लगा दी गई हैं. उम्मीद है कि फरारी काट रही रामलली मिश्रा को गिरफ्तार कर सलाखों के पीछे भेजने का काम जल्द करेंगे.''
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