Bhadohi News: बाहुबली विधायक विजय मिश्र के खिलाफ सख्त हुई पुलिस, जानिए कितने हथियारों के लाइसेंस हुए निरस्त
Bhadohi News: भदोही के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया की पुलिस की संस्तुति पर जिला मजिस्ट्रेट आर्यका अखौरी की अदालत ने विधायक विजय मिश्र के दो शस्त्र लाइसेंस को निरस्त कर दिए हैं.
भदोही के ज्ञानपुर से विधायक विजय मिश्र की मुश्किलें कम होने का नाम नहीं ले रही हैं. वो इन दिनों आगरा जेल में बन्द हैं. पिछला चुनाव उन्होंने निषाद पार्टी के टिकट पर जीता था. बाहुबली छवि वाले विजय मिश्र पर बीते दिनों वाराणसी में एक और एफआईआर दर्ज कराई गई है. वहीं भदोही पुलिस ने अपराधिक गतिविधियों में संलिप्तता को देखते हुए उनके दो शस्त्र लाइसेंस निरस्त कर दिए हैं. पुलिस के मुताबिक विधायक के खिलाफ भदोही और प्रदेश के अन्य जिलों में करीब 80 मुकदमे दर्ज हैं. उन पर उत्तर प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री नन्द गोपाल गुप्ता नन्दी के ऊपर हुए बम हमले का भी मुकदमा चल रहा है.
चुनाव को देखते हुए कितने हथियारों के लाइसेंस निरस्त हुए हैं
भदोही के पुलिस अधीक्षक डॉक्टर अनिल कुमार ने बताया की पुलिस की संस्तुति पर जिला मजिस्ट्रेट आर्यका अखौरी की अदालत ने विधायक विजय मिश्र के दो शस्त्र लाइसेंस को निरस्त कर दिए हैं. पुलिस अधीक्षक ने बताया कि विधायक पर गैंग रेप, हत्या, धमकाने जैसे कई अन्य संगीन मामले भदोही, वाराणसी और प्रयागराज समेत प्रदेश के अन्य जिलों में दर्ज हैं. उन्होंने बताया कि सातवें चरण में 2022 के विधानसभा चुनाव को देखते हुए गलत मंशा रखने वाले शस्त्रधारकों के खिलाफ लगातार काम किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि 19 जनवरी 2022 तक विभिन्न कारणों से कुल 104 असलहों के लाइसेंस को निरस्त किया गया है.
कौन हैं विधायक विजय मिश्र
विजय मिश्र मुलायम सिंह यादव के जमाने में समाजवादी पार्टी के टिकट पर 2002, 2007 और 2012 में ज्ञानपुर सीट से विधायक चुने गए थे. अखिलेश यादव ने 2017 के चुनाव में उन्हें टिकट नहीं दिया. ऐसे में विजय मिश्र ने 2017 में डॉ संजय निषाद की निषाद पार्टी का दामन थामा. मोदी लहर के बावजूद विजय मिश्र चौथी बार ज्ञानपुर से विजयी घोषित हुए. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की नजर में आने के बाद बाहुबली विधायक पर गाज गिरनी शुरू हुई. तत्कालीन भदोही पुलिस अधीक्षक राम बदन सिंह की सूचना पर 2020 में मध्य प्रदेश के आगर-मालवा पुलिस ने विधायक विजय मिश्र को हिरासत में ले लिया था. वहां से उन्हें गिरफ्तार कर भदोही लाया गया था. पुलिस के मुताबिक विजय मिश्र के एक रिश्तेदार कृष्ण मोहन तिवारी ने 8 अगस्त 2020 को पुश्तैनी संपत्ति और कारोबार को जालसाजी कर हड़पने के आरोप में गोपीगंज थाने में मुकदमा कराया था. इसी मामले में उन्हें गिरफ्तार किया गया.
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सूत्रों के मुताबिक आगरा जेल में बंद यह बाहुबली विधायक 2022 में भी ताल ठोकने को तैयार है. वो घर वापसी कर अखिलेश यादव की समाजवादी पार्टी से चुनाव लड़ेंगे या शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी से बीजेपी की सहयोगी निषाद पार्टी उन्हें फिर टिकट देगी, यह अगले कुछ दिनों में साफ हो जाएगा.