Bhadohi News: यूपी के भदोही में निषाद पार्टी के बाहुबली विधायक विजय मिश्रा की मुश्किलें दिन ब दिन बढ़ती जा रही हैं. यूपी में होने वाले 2022 में आगामी विधानसभा चुनाव के नजदीक आते ही पूर्वांचल की धरती में शुमार ज्ञानपुर विधानसभा सीट पर सरगर्मी भी बढ़ती जा रही है. चार बार के विधायक के कारोबारी बेटे विष्णु मिश्रा पर भदोही पुलिस अधीक्षक डॉ. अनिल कुमार ने कई मामले में आरोपित के लगातार एक साल से फरार रहने पर 25 हजार का इनाम घोषित किया है. इस पूरे प्रकरण की जांच शासन के आदेश पर वाराणसी की STF को पहले ही सौंपा जा चुका है.


क्या है पूरा मामला
पूरा मामला गोपीगंज थाना क्षेत्र के सीता समाहित स्थल के पास धनापुर गांव का है. जहां पिछले साल के अक्टूबर माह के आसपास विधायक पुत्र विष्णु मिश्रा के ऊपर पिता के साथ साथ पूरे परिवार पर रिश्तेदार से संपत्ति कारोबार ,मकान ,जमीन हड़पने का पहला मामला दर्ज हुआ. कुछ दिन बाद इकलौते कारोबारी बेटे विष्णु मिश्रा पर वाराणसी की गायिका ने विधायक बाप बेटे और पोते पर गैंग रेप का मुकदमा दर्ज कराया था. 


भगोड़ा घोषित
इन सभी मामलों के आरोपी के न्यायालय में हाजिर न होने पर मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट की अदालत ने उसे भगोड़ा घोषित करते हुए कुर्की का नोटिस जारी कर 15 अक्टूबर तक हाजिर होने का आदेश दिया था. फरार विधायक पुत्र विष्णु के लिए भदोही पुलिस ने लुक आउट नोटिस भी जारी किया है. संबंधित मामले में सभी के पर कुर्की की कार्रवाई भी की जा चुकी है. बावजूद इसके अभी तक न्यायालय में हाजिर नहीं होने पर भदोही एसपी ने 25 हजार का इनाम घोषित कर दिया है.


तीन बार सपा विधायक रहे हैं
ज्ञानपुर विधानसभा से चौथी बार विधायक बने विजय मिश्रा वर्तमान में निषाद पार्टी से विधायक हैं. इसके पहले ये तीन बार समाजवादी पार्टी से विधायक बने थे. उनके रिश्तेदार कृष्णमोहन तिवारी ने एफआईआर कराया था कि विधायक, उनकी एमएलसी पत्नी रामलली और बेटा विष्णु मिश्रा उसके मकान में कब्जा कर जबरदस्ती रह रहे हैं. अन्य सम्पत्ति पर भी कब्जा कर लिया है.


शिकायत पर पुलिस एफआईआर दर्ज करने के बाद विधायक को मध्य प्रदेश के मालवा से गिरफ्तार कर भदोही ले आई थी.  हाल फिलहाल आगरा की जेल में हैं. स्थानीय लोगों का कहना है की विधायक गरीबों के मसीहा हैं. उनके कार्यकाल में बहुत से काम हुए हैं. 


समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और धरती पुत्र कहे जाने वाले मुलायम सिंह यादव नेता जी और पार्टी से अलग हुए प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष चाचा शिवपाल यादव के करीबी बाहुबली विधायक विजय मिश्रा ने ज्ञानपुर सीट से 2002, 2007 और 2012 में विधानसभा चुनाव समाजवादी पार्टी के टिकट से जीता था.  2017 के ठीक पहले चाचा शिवपाल और भतीजे अखिलेश के विवाद में ब्राम्हण वर्ग छोटी जातियों में पैठ रखने वाले को विजय मिश्रा का टिकट काट दिया था. इसके जवाब में विजय मिश्रा ने डॉक्टर संजय निषाद की अगुवाई में निषाद पार्टी में शामिल होकर चुनाव लड़ा और मोदी योगी लहर के बावजूद अपनी जीत सुनिश्चित की थी.


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