Bhadohi Protest: उत्तर प्रदेश के भदोही में डेढ़ महीने पहले हुए खूनी संघर्ष में गंभीर रूप से घायल हुई महिला की गुरुवार को मौत हो गई है, जिसके बाद परिजनों ने सैकड़ों ग्रामीणों के साथ शव को सड़क पर रखकर चक्का जाम कर दिया और आरोपियों को पकड़ने की मांग की है. जाम की सूचना मिलते ही स्थानीय पुलिस घटना स्थल पर पहुंच गई. पुलिस ने घंटो मशक्कत के बाद परिजनों को समझा-बुझाकर किसी तरह जाम को खुलवाया. 


पूरा मामला बीते 19 फरवरी को कोइरौना थाना क्षेत्र अंतर्गत डीघ गांव का है. जहां स्थानीय निवासी जोखू निषाद, गंगा की तराई में उपजी सरसों की फसल काट रहा था. बताया जाता है कि इसी दौरान गांव का रहने वाला मनोज मिश्रा ने आधा दर्जनों लोगों के साथ वहां पहुंच गया और जमीन को अपना बताकर उसे फसल काटने से रोकने लगा. इसके बाद दोनों पक्षों में कहासुनी और गाली गलौज़ शुरू हो गई, जिसके बाद ये मामला खूनी संघर्ष में तब्दील हो गया. जिसमें जोखू निषाद, उसकी पत्नी भोथला देवी और बेटे तेजबली समेत कई लोगों को गंभीर चोटे आईं थी. 


इलाज के दौरान महिला की मौत


इस संघर्ष में जोखू की पत्नी बुरी तरह घायल हो गई थी जिसके बाद उसे वाराणसी के ट्रामा सेंटर भर्ती कराया गया था, जहां उसका इलाज चल रहा था, लेकिन गुरुवार देर रात को महिला की मौत हो गई. पोस्टमार्टम के बाद जब महिला का शव गांव में पहुंचा तो ग्रामीणों का गुस्सा फूट पड़ा और उन्होंने शव को सड़क पर रखकर चक्का जाम कर दिया. जिसके बाद जंगीगंज धनतुलसी मार्ग पर जाम लग गया. ग्रामीणो ने हत्यारों की गिरफ्तारी की मांग की और गंगा की तराई की जमीन को भी देने की मांग की. 


इस दौरान मौके पर पहुंचे एडीएम वीरेंद्र मौर्य व एसडीएम आकाश कुमार व क्षेत्राधिकारी प्रभात राय ने मृतक परिजनों को कार्रवाई का आश्वासन देकर चक्काजाम खत्म कराया. डिप्टी एसपी प्रभात राय ने बताया की उपरोक्त घटना के सम्बंध में दोनों पक्षों से आठ-आठ लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज़ किया गया था और लगभग डेढ़ महीने के बाद आज महिला की मौत हो गई है. जिसके बाद आरोपियों के खिलाफ धारा 304 व 325 बढ़ा दी गई है. मेडिकल व पीएम रिपोर्ट व छानबीन के आधार पर अन्य विधिक कार्रवाई की जाएगी. सरसों वाली तराई की ज़मीन मामले पर डीएम द्वारा संज्ञान लिया जाएगा. 


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