'अकबर और बाबर ने देश में मंदिर तोड़े', अयोध्या दीपोत्सव को लेकर कन्हैया कुमार का विपक्ष पर हमला
UP News: भजन गायक कन्हैया कुमार ने अयोध्या दीपोत्सव को लेकर कहा कि जो लोग सनातनियों को बांटने का काम कर रहे हैं, उन्हें जाकर गिनना चाहिये कि 28 लाख दीप किसने जलाएं.
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UP News: अयोध्या दीपोत्सव को लेकर भजन गायक कन्हैया मित्तल ने कहा कि, सभी को बधाई देनी चाहिए. 28 लाख दीपक जलाए जा रहे हैं. जो लोग सनातनियों को जातियों में बांटने की बात कर रहे हैं, उन्हें जाकर गिनना चाहिए कि 28 लाख दीपक किसने जलाए. कितने " बनियों ने जलाए और कितने ब्राह्मणों ने जलाए, इसलिए सनातनियों को मिलकर काम करना चाहिए.
कहा कि, जब अकबर और बाबर इस देश में आए तो उन्होंने मंदिर तोड़े और जब भी उनके समर्थक सत्ता में आए तो उन्होंने मंदिरों का निर्माण रोक दिया. कहा कि अगर महाराज जी ( योगी आदित्यनाथ) उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री न होते तो अयोध्या का राम मंदिर भी न मिलता. कल्कि धाम को लेकर कहा कि, पुराणों में लिखा है कि यहां अवतार होगा. उसके लिए काम होना चाहिये था वो हो रहा है.
'सनातन को जागृत करने में पीएम मोदी -सीएम योगी का योगदान'
कल्कि धाम के पीठाधीश्वर आचार्य प्रमोद कृष्णम कहते हैं कि 'हजारों साल पहले का इतिहास ऐसा था जहां मंदिरों को तोड़कर और रौंदकर सनातन को नष्ट करने का प्रयास किया गया था. आस्था को ठेस पहुंचाई गई थी. आस्था को घायल किया गया था. वह इतिहास था. लेकिन आज, सनातन करवट ले रहा है. सनातन जागृत हो रहा है. सनातन को जागृत करने में पीएम मोदी और सीएम योगा का बड़ा योगदान है.यह सच है कि पांच सौ वर्षों के संघर्ष के बाद श्री राम जन्मभूमि का मंदिर बना है.
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने कहा कि 'जो लोग गुरु गोविंद सिंह के नाम पर, खालसा के नाम पर सनातन मंदिरों पर हमला कर रहे हैं, वे सिख नहीं हो सकते. जो सिख हैं वे सनातन पर हमला नहीं कर सकते. सिख हमारे मुकुट हैं." गुरु गोविंद सिंह जी महाराज और सभी गुरुओं ने बहुत बलिदान दिए हैं. यहां तक कि अपने सिर भी कटवाए हैं.'
बिन बुलाए मेहमान क्यों बनना- आचार्य प्रमोद कृष्णम
आचार्य प्रमोद कृष्णम ने महाकुंभ को लेकर कहा कि, "जो अपने घर में काम करता है, वही निमंत्रण बांटता है. अखाड़ा परिषद का संबंध कुंभ से है. कुंभ के आयोजन कर्ताओं में अखाड़ा परिषद है. इसलिए यदि अखाड़ा परिषद किसी को बुलाना नहीं चाहता, फिर बिन बुलाए मेहमान कोई क्यों बनना चाहते हैं.
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