जालौन: कृषि कानूनों के विरोध में मंगलवार को देशभर में किसानों ने भारत बंद का आह्वान किया. बंद का असर जालौन में भी देखने को मिला. किसान संगठनों के साथ तमाम सियासी दल भी बंद में शामिल हुए और ये संदेश भी दिया कि इस बार आर-पार की लड़ाई में किसान अकेले नहीं हैं बल्कि पूरा देश उनके साथ है.
केंद्र सरकार के खिलाफ की नारेबाजी
जालौन में समाजवादी पार्टी, बीएसपी और भारतीय किसान यूनियन ने बंद का समर्थन किया. विपक्षी पार्टियों के कार्यकर्ताओं ने जमकर केंद्र सरकार के खिलाफ नारेबाजी की और शहर के बाजार में घूम-घूमकर बाजार को बंद कराया. इसके बाद सपा कार्यकताओ ने कोतवाली उरई में गिरफ्तारी भी दी.
किसानों का भारी नुकसान होगा
सपा नेता प्रदीप दीक्षित ने बताया कि ये कानूम किसान विरोधी है और इससे किसानों का भारी नुकसान होगा. उन्होंने कहा कि इस कानून में न्यूनतम समर्थन मूल्य की गारंटी नहीं है. आलू, दाल सभी कुछ महंगा हो जाएगा. समर्थन मूल्य नहीं होगा तो व्यापारी औने-पौने दाम पर फसल खरीदकर किसानों को भूखा मरने पर मजबूर कर देगा. इसलिए, समाजवादी पार्टी विरोध प्रदर्शन कर रही है और बाजार को बंद कराया है.
वाहनों की रफ्तार पर लगी ब्रेक
जालौन में झांसी-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग एनएच 27 पर भारतीय किसान यूनियन ने प्रदर्शन किया. इस दौरान सड़क पर चक्काजाम किया गया जिससे हाइवे पर दौड़ने वाले वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लग गई. करीब 3 घंटे तक चले इस चक्काजाम से वाहन हाइवे पर घंटों फंसे रहे. यात्रियों को काफी मुसीबतों का भी सामना करना पड़ा. गनीमत रही कि इस दौरान इमरजेंसी वाहनों को नहीं रोका गया.
खुलवा दिया गया हाईवे
एडीएम जालौन प्रमिल कुमार ने बताया कि सपा के अलावा सभी दलों का सांकेतिक बंद था. जिसमें सपा के कार्यकर्ताओं की गिरफ्तारियां भी हुई हैं. हाईवे बंद था लेकिन बातचीत के बाद खुलवा दिया गया है.
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