Bharat Bandh: मेरठ में नहीं दिखा 'भारत बंद' का असर, प्रदर्शनकारियों ने डीएम को सौंपा ज्ञापन
Bharat Bandh 2024: सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर दलित और आदिवासी संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया था. इसको लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरीके से अलर्ट रहा, लेकिन मेरठ में बंद का असर कम दिखने को मिला.
Bharat Bandh in Meerut: भारत बंद के आह्वान का मेरठ में कोई खास असर नहीं दिखाई दिया. सभी बाजार खुले रहे और बाजारों में पूरी चहल पहल भी रही. हालांकि पुलिस प्रशासन इस भारत बंद के आह्वान के चलते अलर्ट पर रहा और चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के बेहतर और पुख्ता इंतजाम रहे. आजाद समाज पार्टी सहित कई संगठनों ने प्रदर्शन किया और अपनी आवाज बुलंद कर पीएम को संबोधित डीएम को ज्ञापन सौंपे.
आरक्षण को लेकर हाल ही में आए सुप्रीम कोर्ट के फैसले को लेकर दलित और आदिवासी संगठनों ने भारत बंद का आह्वान किया था. इसको लेकर पुलिस प्रशासन पूरी तरीके से अलर्ट रहा. कमिश्नरी चौराहे पर जहां कई थानों की फोर्स तैनात थी, वहीं आरएएफ को भी तैनात किया गया था. एडीएम सिटी ब्रजेश कुमार सिंह कमिश्नरी के बाहर डेरा डाले रहे. आरएएफ की महिला टुकड़ी भी तैनात की गई थी. चप्पे-चप्पे पर पुलिस का सख्त पहरा रहा और कमिश्नरी आने जाने वाले लोगों पर पुलिस की पैनी नजर रही. वहीं कलक्ट्रेट पर भी पुलिस प्रशासनिक अधिकारी डेरा डाले हुए थे.
कई संगठनों ने किया प्रदर्शन
दलित और आदिवासी संगठनों के भारत बंद को लेकर मेरठ में कई संगठनों ने प्रदर्शन किया और पीएम को संबोधित ज्ञापन भी सौंपे. बसपा नेता मुनकाद अली ने बसपा नेताओं के साथ कमिश्नरी पर प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा और कहा कि आरक्षण को लेकर जो नया फैसला आया है, वो किसी भी कीमत पर मंजूर नहीं है. सपा नेताओं ने भी कमिश्नरी पर प्रदर्शन कर ज्ञापन सौंपा.
पूर्व एमएलए योगेश वर्मा ने कहा कि बीजेपी एक रणनीति के तहत उनके अधिकारों में कटौती करने की कोशिश कर रही है, जिसके हम कामयाब नहीं होने देंगे. बीजेपी के जो भी मंसूबे हैं हम उन्हें कामयाब नहीं होने देंगे और आरक्षण को संविधान की नौवीं सूची में शामिल किया जाए. आजाद समाज पार्टी ने भी अपनी आवाज बुलंद की. शोषित क्रांति दल के नेताओं ने भी कमिश्नरी पर प्रदर्शन किया और ज्ञापन सौंपा. इसी के साथ ही कई अन्य संगठन भी यहां प्रदर्शन करने पहुंचे थे.
आबूलेन सहित सभी बाजार खुले रहे
भारत बंद का मेरठ के बाजारों में कोई असर दिखाई नहीं दिया. सभी बाजार खुले रहे और अन्य दिनों की तरह ही बाजारों में आवाजाही देखी गई. बेगमपुल, आबूलेन, सदर बाजार, पीएल शर्मा रोड, भगत सिंह मार्केट, सेंट्रल मार्केट, लालकुर्ती, गंगानगर, कंकरखेड़ा, पल्लवपुरम, शारदा रोड सभी जगह बाजार खुले रहे. सुबह सभी बाजार अपने अपने समय पर खुले. इसी के साथ ही पेट्रोल पंप, गैस एजेंसी भी खुली रही. इस बारे में जब संयुक्त व्यापार संघ के अध्यक्ष अजय गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि भारत बंद को लेकर हमसे किसी ने ना तो कोई संपर्क किया और न बात की. .
जबरदस्ती बाजार बंद कराने वालों के खिलाफ कार्रवाई के आदेश
भारत बंद को लेकर पुलिस प्रशासनिक अधिकारी हर हलचल पर पैनी नजर बनाए हुए हैं. पुलिस प्रशासनिक अधिकारियों ने साफ कह दिया था कि यदि किसी ने भी जबरन बाजार बंद कराने की कोशिश की तो हम सख्ती से निपटेंगे. पुलिस प्रशासन की ये सख्ती भी काम आई और शहर से लेकर देहात तक के किसी भी इलाके में जबरन किसी ने भी कोई दुकान या बाजार बंद नहीं कराया. पुलिस और प्रशासन के अधिकारी पल पल की अपने मातहत अधिकारियों से फोन पर अपडेट लेते रहे. इसी के साथ ही सोशल मीडिया पर भी पैनी नजर रखी गई.
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