Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ( Rahul Gandhi) भारत जोड़ो यात्रा को कुछ दिनों के लिए विराम देने के बाद फिर से शुरू करने की तैयारी लगभग पूरी कर चुके हैं. तीन जनवरी 2023 को उनकी भारत जोड़ो यात्रा गाजियाबाद के लोनी ये शुरू होकर यूपी में एंट्री करेगी. यूपी (Uttar Pradesh) में राहुल गांधी की ये यात्रा केवल तीन जिलों से गुजरेगी. यूपी में राहुल का रूट करीब 130 किलोमीटर का है. उसके बाद वो हरियाणा की ओर आगे बढ़ जाएंगे. 


राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा (Bharat Jodo Yatra) यूपी में गाजियाबाद, बागपत और शामली जिलों से गुजरते हुए हरियाणा जाएगी. यूपी अपनी यात्रा के दौरान राहुल गांधी 11 विधानसभा क्षेत्र से गुजरेंगे. मार्च 2022 में संपन्न यूपी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की स्थिति ये थी कि एक भी सीट पर उसकी जमानत नहीं बच सकी थी. यानी कोई भी कांग्रेसी उम्मीदवार चुनाव में कुल मतों का छठवां हिस्सा हासिल करने में कामयाब नहीं हो सका था.


गाजियाबाद : 
कांग्रेस सांसद राहुल गांधी की यात्रा दिल्ली से गाजियाबाद के लोनी में सबसे पहले एंट्री लेगी. लोनी में कांग्रेस के यामीन मलिक उम्मीदवार थे, जिनको केवल 2049 वोट मिले थे. गाजियाबाद की बाकी चार सीटों पर बात करें तो धौलाना में कांग्रेस के अरविंद शर्मा को 2,266 वोट, मुरादनगर में कांग्रेस के विजेंद्र यादव को 7055 वोट, गाजियाबाद सिटी में सुशांत गोयल को 11,818 वोट और यूपी की सबसे बड़ी विधानसभा साहिबाबाद में कांग्रेस को 10,273 वोट ही मिले थे. सभी की जमानत जब्त हुई थी.


बागपत : 
बागपत में कांग्रेस का ये हाल रहा कि उनका कोई प्रत्याशी 2 हजार वोट भी हासिल नहीं कर सका. बागपत सदर में कांग्रेस के अनिल को 1229 वोट मिले थे. बड़ौत में कांग्रेस के राहुल कुमार को 1849 वोट और छपरौली में कांग्रेस कैंडिडेट युनूस को 1239 मत मिले थे. यानि बागपत की तीनों सीटों पर कांग्रेस की जमानत जब्त हुई थी. 


शामली : 
वेस्ट यूपी की शामली सदर सीट से कांग्रेस ने अयूब को चुनावी जंग में उतारा था। जंग को कुल 780 वोट मिले थे. जबकि थानाभवन से लड़े सत्य सनयाम भुरयन को 793 वोट मिले थे. वहीं कैराना से लड़ें अखलाक को 1522 वोट ही मिले थे. यहां पर भी कांग्रेस के तीनों उम्मीदवार की जमानत जप्त हुई थी. 


ये है भारत जोड़ो यात्रा यूपी का रोडमैप 
उत्तर प्रदेश में कांग्रेस की भारत जोड़ो यात्रा तीन जनवरी को गाजियाबाद के लोनी क्षेत्र से यूपी में दाखिल होगी. पहले दिन राहुल गांधी का कारवां लोनी तिराहे तक जाएगी. चार जनवरी को यात्रा बागपत के मवी कलां पहुंचेगी और बागपत शहर तथा इसी जिले के सिसाना, सरूरपुर और बड़ौत होकर निकलेगी. पांच जनवरी को यात्रा शामली जिले के ऐलम पहुंचेगी और कांधला, ऊंचा गांव और कैराना से गुजरेगी. यहां पर आपको यह बता दें कि कैराना राजनीतिक तथा सांप्रदायिक लिहाज से संवेदनशील इलाका है. 2017 के विधानसभा चुनाव में यहां से हिंदू परिवारों का कथित रूप से पलायन हुआ था, जिसे सीएम योगी ने बड़ा मुद्दा बनाया था. 


जानकार मान रहे जनाधार बढ़ाने की कवायद 
उत्तर प्रदेश में भारत जोड़ो यात्रा को लेकर सियासी दलों के नेता और प्रदेश के सियासी मामलों के जानकार तरह-तरह के कयास लगा रहे हैं. अधिकांश जानकारों का कहना है कि यूपी में जिन क्षेत्रों से राहुल गांधी गुजरेंगे, उसे खास रणनीति के तहत तैयार किया गया है. इस बात की सियासी गंभीरता को भांपते हुए अखिलेश यादव, मायावती और जयंत चौधरी ने आमं​त्रण मिलने के बावजूद यात्रा में शामिल होने से इनकार कर दिया है. राहुल यूपी में जिन तीन जिलों से गुजरेंगे वो मुस्लिम और जाट बहुल इलाका है. दोनों बिरादरी के लोग वेस्ट यूपी की 120 सीटें पर चुनावी ​जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाते हैं.इन क्षेत्रों में ही कांग्रेस को यूपी विधानसभा चुनाव के दौरान मुस्लिम मतदाताओं ने कांग्रेस के पक्ष में सबसे ज्यादा मतदान किया था.ये बात अलग है कि वेस्ट यूपी से कांग्रेस के एक भी प्रत्याशी जीतने में असफल साबित हुए. 


इसके बावजदू समाजवादी पार्टी, बहुजन समाज पार्टी और राष्ट्रीय लोकदल के नेता कांग्रेस की यूपी में भारत जोड़ो यात्रा को लेकर अभी से सतर्क हो गए हैं. वेस्ट यूपी में सपा का समीकरण मुस्लिम, यादव और जाट है, रालोद का मुस्लिम जाट, बसपा का मुस्लिम, जाट और दलित है. कांग्रेस की यात्रा जिन तीन जिलों से गुजरेगी वो मुस्लिम और जाट बहुल है. माना जा रहा है कि यूपी में भले ही राहुल की यात्रा छोटी है, लेकिन उसका सियासी असर ईस्ट यूपी तक होगा. 


यह भी पढ़ें: UP Politics: राहुल गांधी ने दिए संकेत तो वरुण गांधी ने खड़ा किया सस्पेंस, यूपी में बढ़ी हलचल