प्रयागराज, एबीपा गंगा। साधु संतों की सबसे बड़ी संस्था अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद ने शराब की दुकानों को खोले जाने पर एक बार फिर से एतराज जताते हुए मठ-मंदिरों समेत दूसरे धार्मिक स्थलों को खोले जाने की मांग और तेज कर दी है। अखाड़ा परिषद ने अपनी इस मांग को लेकर आज राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद और पीएम नरेंद्र मोदी को औपचारिक तौर पर चिट्ठी भी भेज दी है। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी और महामंत्री महंत हरिगिरि ने राष्ट्रपति और प्रधानमंत्री के साथ ही केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ को पत्र भेजकर न सिर्फ धार्मिक स्थलों को खोले जाने की इजाज़त दिए जाने की मांग की है, बल्कि शराब बिक्री पर एक बार फिर से अपना एतराज जताया है।


इस औपचारिक चिट्ठी के ज़रिये यह कहा गया है कि मठ और मंदिर कोरोना से बचाव के लिए केन्द्र सरकार और डब्लूएचओ के निर्देशों का पूरी तरह से पालन भी करेंगे। महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि मंदिर खुलने पर मंदिर प्रबंधन और पुजारी मंदिरों में हैंडवाश, मास्क की व्यवस्था करेंगे और मंदिर में श्रद्धालुओं को दर्शन कराने के लिए निश्चित दूरी पर लाइनें लगवाकर सोशल डिस्टैंसिंग का भी पूरी तरह से पालन करायेंगे।


अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने कहा है कि कोरोना को लेकर पिछले डेढ़ माह से देश में लॉकडाउन है और लगभग दो माह से मंदिरों के कपाट बंद हैं। ऐसे में मंदिरों में पुजारियों और अन्य कर्मचारियों के वेतन देने में भी बहुत कठिनाई आ रही है। उन्होंने कहा है मंदिर खुलने से लोग यदि मंदिर में दर्शनों को जायेंगे तो अपने आराध्य से कोरोना को खत्म करने के लिए प्रार्थना भी करेंगे। उन्होंने कहा है कि सनातन परम्परा में लोगों का ऐसा विश्वास है कि आराधना से लोगों के कष्ट दूर होंगे और कोरोना का भी प्रभाव कम होगा।