(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
Farmers Protest: बीजेपी पर जमकर बरसे नरेश टिकैत, कहा- हरियाणा-पंजाब से किसानों का दबाव है लेकिन हम चुप हैं
Farmers Protest: भारतीय किसान यूनियन के अध्यक्ष नरेश टिकैत ने बीजेपी को चेतावनी देते हुए कहा कि, हमारे ऊपर किसानों का दबाव है, कि अब आगे क्या करना है, लेकिन अभी हम चुप हैं. सरकार सोच समझ लें.
Naresh Tikait in Muzaffarnagar: मुज़फ्फरनगर (Muzaffarnagar) में किसानों की राजधानी कहे जाने वाले गांव सिसोली में हुई एक मासिक पंचायत के दौरान भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष चौधरी नरेश टिकैत (Naresh Tikait) ने 5 सितंबर की किसान महा पंचायत (Kisan Mahapanchayat) का व्याख्यान करते हुए जमकर किसानों की प्रशंसा की. वहीं, खाप चौधरी नरेश टिकैत ने एक बार फिर तालिबानी अंदाज में भारतीय जनता पार्टी (BJP) को चेतावनी देते हुए कहा कि, मुख्यमंत्री का कार्यक्रम है, यहां, लेकिन हम कोई रोकटोक नहीं कर रहे, हमारे पास पंजाब और हरियाणा से कितना दबाव आ रहा कि, क्या करना है, लेकिन हम कुछ नहीं करना चाहते. हमारी चुप्पी को ये हमारी कमजोरी ना समझे वरना यहां भाजपा के झंडे भी नहीं लगने देंगे.
बीजेपी पर बरसे नरेश टिकैत
धमके भरे अंदाज में उन्होंने कहा कि, ये बात कान खोलकर सुन लो, इनके साथ दस आदमी और हमारी साथ दस हजार आदमी है. देख लो दस हजार आदमी क्या कर सकते हैं. नरेश टिकैत ने किसान महा पंचायत में किसानों द्वारा लगाए गए लंगर और भण्डारों की खूब चर्चा करते हुए कहा कि, सभी किसानों ने किसान महापंचायत में तन मन और धन से मेहनत की जो एक मिसाल है. जिला प्रशासन और पुलिस का पंचायत में बहुत सहयोग रहा इस लिए सभी बधाई के पात्र हैं. लेकिन इससे काम नहीं चलेगा, क्योंकि भाजपा बहुत जबर पार्टी है और किसानों की इसके साथ टक्कर है. इस अज़गर सरकार ने धीरे धीरे पूरे भारत पर कब्ज़ा कर लिया. इतनी जबर पार्टी है कि, आपको पता भी नहीं चलेगा कि, कब निगल लिया.
कुछ जयचंद हैं
हमारे कुछ जयचंद भाई इसे इतना मान रहे कि, क्या हो गया वो पानी में रहकर मगर से बैर, वो इसे हमारी कमजोरी ना माने, दस दिन से अगर किसी पर जिम्मेदारी आएगी तो वो ये ना समझे की बहुत बड़ी उपाधि मिल गयी. हम तो सबको घोड़े की सवारी कराना चाह रहे लेकिन वो जयचंद गधे की सवारी भी नहीं करना चाहते. उनकी किसमत है आप लोग बहादुर हो मरोगे तो बहादुरी से ही मरोगे. ये सरकार आपको धरती में मिलाना चाहती है. जो भाजपा पहले थी वो नहीं है, तब पहले इसमें अच्छे आदमी थे.
मुख्यमंत्री के कार्यक्रम को नहीं रोक रहे हैं
मुख्यमंत्री का कार्यक्रम यहां है, लेकिन हम कोई रोकटोक नहीं कर रहे हैं. 2022 में अगर ये सरकार आ गयी तो कोई नहीं बचेगा. इस जनपद का कप्तान एक महीने से बात नहीं कर रहा है. नरेश टिकैत ने 26 तारीख को होने वाली किसान पंचायत को भाजपा की पंचायत बताते हुए ये भी कहा कि, किसानो की पंचायत तो 5 सितंबर को हो चुकी है, ये पंचायत भाजपा का विधायक उमेश मलिक और मंत्री संजीव बालियान करवा रहे हैं, यही बाबा राजेंद्र सिंह मलिक को मुख्यमंत्री से मिलवाने गए थे. बाबा राजेंद्र सिंह मलिक को गठवाला खाप की पगड़ी थोड़ी जल्दी पहना दी वरना उसे अभी ज्ञान नहीं है, खाप की जिम्मेदारी समझदार आदमी को दी जाती है.
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