UP News: भारतीय किसान यूनियन (Bhartiya Kisan Union) के नेता राकेश टिकैत (Rakesh Tikait) पर बेंगलुरु में स्याही फेंकी गई थी. इसके अलावा उनपर माइक से हमला भी किया गया था. ये घटना किसान नेता एक प्रेस कॉफ्रेंस के दौरान हुई थी. अब इस मामले में राकेश टिकैत ने परिवार को तोड़ने का षड्यंत बड़ा आरोप लगाया है. ये आरोप उन्होंने मेरठ (Meerut) में एक कार्यक्रम के दौरान लगाए. 


क्या बोले राकेश टिकैत?
बेंगलुरु में हुई हमले पर बोलते हुए राकेश टिकैत ने कहा कि ये टिकैत परिवार को तोड़ने का षड्यंत है, लेकिन परिवार नहीं टूटेगा. हमें तोड़ने का काम किया जा रहा है. सरकार तोड़फोड़ कर रही है. पॉलिटिकल पार्टियों का रास्ता बैठा दिया है और अब आपका रास्ता बैठना है. सरकार हमला कर रही है, जिससे बचाव की मुद्रा में आ जाओ. अगर हमला नहीं रोकोगे तो मारे जाओगे, 7-8 महीने यही चलेगा.


उन्होंने कहा कि किसी संगठन को गुलदस्ता देकर साथ बैठाओगे. ये गलत फहमी नें न रहें. सरकार और अधिकारी गलतफहमी निकाल दें. हमारे काम नहीं करेंगे तो हम काम कराया जानते हैं. बातें राकेश टिकैत ने मेरठ के जमेठी में समीक्षा सभा में कही.


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क्या है मामला?
बता दें कि कर्नाटक (Karnataka) की राजधानी के गांधी भवन (Gandhi Bhawan) में सोमवार को एक किसान संगठन द्वारा आयोजित कार्यक्रम के दौरान बदमाशों ने टिकैत पर स्याही फेंक दी. पुलिस ने इस सिलसिले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है. इस दौरान आयोजकों और बदमाशों ने एक दूसरे पर प्लास्टिक की कुर्सियों से हमला किया. 


राकेश टिकैत ने बेंगलुरू में हुई इस घटना के लिए स्थानीय पुलिस को जिम्मेदार ठहराया और आरोप लगाया कि उन पर हमला बीजेपी सरकार की मिलीभगत से किया गया था. किसान नेता ने सोमवार देर रात ट्वीट किया, "काली स्याही और घातक हमले इस देश के किसानों, मजदूरों, दलितों, शोषितों, पिछड़ों और आदिवासियों की आवाज को दबा नहीं सकते. लड़ाई आखिरी सांस तक जारी रहेगी."


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