UP Politics: 'यूपी में नफरत बढ़ाने और फूट डालने का सरकारी फरमान जारी'- नेहा सिंह राठौर
उत्तर प्रदेश की मुजफ्फरनगर पुलिस द्वारा कांवड़ यात्रा के लिए जारी आदेश की आलोचना हो रही है. अब भोजपुरी सिंगर नेहा सिंह राठौर ने इसे नफरत बढ़ाने और फूट डालने वाला फरमान बताया है.
UP News: कांवड़ यात्रा को लेकर उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर में प्रशासन की ओर से एक आदेश जारी किया गया. जिस पर विपक्ष इस आदेश की आलोचना कर रहा है. वहीं भोजपुरी सिंगर नेहा सिंह राठौर ने भी प्रतिक्रिया दी है. इस आदेश पर सपा अध्यक्ष और लोकसभा सांसद अखिलेश यादव नाराज हो गए. दोनों ने सोशल मीडिया के जरिए अपनी नाराजगी जाहिर की है.
नेहा सिंह राठौर ने इसका वीडियो साझा करते हुए लिखा, 'उत्तर प्रदेश में नफरस बढ़ाने और फूट डालने का सरकारी फरमान जारी हुआ है. सरकारी हुक्म है कि ‘कांवड़ यात्रा मार्ग पर होटल-ढाबा-रेहड़ी और दुकान संचालक अपने ओरिजनल नाम बोर्ड पर लिखें, ताकि किसी को कोई कन्फ्यूजन न हो. कांवड़िए कहीं से भी सामान खरीद सकते हैं.’'
वहीं अखिलेश यादव ने प्रशासन से सवाल किया, ".... और जिसका नाम गुड्डू, मुन्ना, छोटू या फत्ते है, उसके नाम से क्या पता चलेगा?" उन्होंने आगे लिखा, माननीय न्यायालय स्वत: संज्ञान ले और ऐसे प्रशासन के पीछे के शासन तक की मंशा की जाँच करवाकर, उचित दंडात्मक कार्रवाई करे। ऐसे आदेश सामाजिक अपराध हैं, जो सौहार्द के शांतिपूर्ण वातावरण को बिगाड़ना चाहते हैं.
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पहचान और नाम साझा करने की अपील
सांसद की ये प्रतिक्रिया उस खबर पर आई है जिसमें दावा किया गया है कि मुजफ्फरनगर पुलिस ने कांवड़ यात्रा के दौरान एक फरमान जारी किया है. जिसमें अपील की गई है कि सभी दुकानदार अपनी दुकानों के बाहर अपनी पहचान को साझा करें और दुकान के बाहर अपना नाम जरूर लिखें.
हाल ही में मुजफ्फरनगर एसएसपी की ओर से एक फरमान जारी किया गया. इसके तहत आदेश दिया गया कि कांवड़ यात्रा मार्ग पर दुकान के मालिकों को अपनी दुकान पर मालिक का नाम लिखना होगा. आदेश के मुताबिक दुकान पर दुकानदार का नाम स्पष्ट लिखा होने से असमंजस की स्थिति नहीं होगी. वहीं विपक्षी दल इस आदेश की आलोचना कर रहे हैं.