Hathras News: हाथरस में 2 जुलाई को सूरजपाल उर्फ़ भोले बाबा के सत्संग में हुई भगदड़ की घटना में 121 लोगो की मौत के बाद से सँभल में बाबा के आश्रम में सन्नाटा है यहां सिर्फ कुछ सेवादार ही मौजूद हैं और आसपास के जो भक्त है वह बाहर से ही आश्रम के सामने खड़े होकर हाथ जोड़कर नमन कर मत्था टेक कर चले जाते हैं अब आश्रम के अंदर कोई बड़ा कार्यक्रम नहीं हो रहा है. आश्रम के अंदर रसोई में पहुंच कर एबीपी न्यूज़ संवाददाता ने उस चमत्कारी काली चाय के बारे में जानकारी हांसिल की जिसे भक्तों अमृत रस प्रसाद बता कर पिलाया जाता है और सभी रोग दुःख दर्द बीमारी ठीक होने का दावा किया जाता है.


रिपोर्टर ने यहां एक महिला को यह चाय पीते हुए देखा तो उनसे चाय के बारे में जानकारी की और यहां इस काली चाय को बनाने वाले सेवादार मुन्नू सिंह से हमने इसके बनाने का फार्मूला पूछा तो उन्होंने बताया कि यह चाय गिलो, दाल चीनी, अदरक, नीबू, तेजपात, पीपल, काला नमक, चाय की पत्ती, तुलसी, लोंग आदि 12-13 चीजों से बनाई जाती है.


कहा कि इसके पीने से सभी बीमारियां दूर हो जाती हैं. डॉक्टर भी आज कल इसका सेवन बताते हैं. इसे गिलोए प्रसाद या नीबू प्रसाद भी कहते हैं. बाबा के आश्रम के बाहर और अंदर साफ सफाई करने के बाद भक्त अपने आप को धन्य मानते हैं और यह अमृत रस पीने के बाद अपने घरों को चले जाते हैं. 


'ये रिस्पेक्ट सर आंखों पर...' कांग्रेस नेता राहुल गांधी से मुलाकात के बाद बोलीं शहीद अंशुमान की मां