Varanasi News: पूर्वांचल के 'एम्स' में हुआ दूरबीन विधि से पहला सफल ऑपरेशन, मासूम की किडनी से निकाला स्टोन
BHU Sir Sunderlal Hospital: एक साल के मासूम की किडनी से पथरी निकालकर डॉक्टरों ने कमाल कर दिया है. दूरबीन विधि से सर्जरी पर मात्र 10 हजार की लागत आई. मायूस हो चुके माता-पिता काफी खुश हैं.
UP News: काशी हिंदू विश्वविद्यालय के सर सुंदर दास अस्पताल को बड़ी सफलता मिली है. डॉक्टरों ने एक साल के बच्चे की किडनी से पथरी निकाल कर नया जीवन दिया. दूरबीन विधि के माध्यम से मासूम का ऑपरेशन सफल रहा. प्रयागराज निवासी पंकज मिश्रा ने बताया कि बेटा पेशाब करते वक्त काफी रोया करता था. डॉक्टरों को दिखाने पर जांच के लिए कहा गया. जांच से पता चला कि बच्चे की दोनों किडनी में पथरी है. किडनी में स्टोन की पुष्टि होने के बाद कई अस्पतालों का चक्कर लगाया. डॉक्टरों ने ऑपरेशन की जटिलता के कारण हाथ खड़े कर दिए थे.
BHU में एक साल के मासूम को मिला नया जीवन
निराश होकर बच्चे को सर सुंदर अस्पताल के यूरोलॉजी वार्ड में भर्ती कराया. डॉक्टरों ने दूरबीन विधि से पथरी निकालकर बच्चे को जीवनदान दिया. ऑपरेशन के बाद बच्चे की हालत ठीक है. स्वास्थ्य में सुधार देख डॉक्टरों ने बच्चे को 7 अक्टूबर को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया. पिता ने बताया कि किडनी के ऑपरेशन पर मात्र दस हजार खर्च आया. एक साल के मासूम को नई जिंदगी मिलने पर माता-पिता बेहद खुश हैं. उन्होंने ऑपरेशन टीम में शामिल डॉक्टरों का आभार जताया है.
डॉक्टरों ने किया किडनी का दूरबीन से ऑपरेशन
मासूम की किडनी का ऑपरेशन करने वाले डॉ. ललित कुमार अग्रवाल ने बताया कि डॉ. यशस्वी, डॉ. उज्जवल, डॉ बद्री दास, डॉ. श्रीधर, डॉ. नितिन, जितेंद्र, श्रवण, विवेक कुमार तिवारी, संजीव कुमार, प्रोफेसर. समीर त्रिवेदी का भी सहयोग मिला. डॉ. ललित कुमार अग्रवाल ने बताया कि पूर्वांचल में मासूम की दूरबीन विधि से न्यूनतम खर्च पर सर्जरी का पहला मामला है. बता दें कि सर सुंदर दास अस्पताल को पूर्वांचल का एम्स कहा जाता है. सर सुंदर दास अस्पताल में बनारस के अलावा बिहार, झारखंड, छत्तीसगढ़ और मध्य प्रदेश से भी मरीज इलाज कराने पहुंचते हैं. दूसरे राज्यों के मरीजों की संख्या बढ़ने से अस्पताल पर काफी दबाव रहता है.
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