BHU-IIT Student Molestation Case: वाराणसी में BHU-IIT छेड़छाड़ मामले में पुलिस के हाथ अब भी खाली हैं. उत्तर प्रदेश पुलिस अभी तक आरोपियों को गिरफ्तार नहीं कर पाई है. आरोप है कि परिसर में 1 नवंबर बुधवार की रात तीन लोगों ने एक छात्रा के साथ छेड़छाड़ की थी, जिसके बाद गुरुवार और शुक्रवार को छात्रों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया. छात्रों ने दावा किया कि बुधवार की घटना से दो दिन पहले इसी आरोपी ने एक अन्य छात्रा के साथ छेड़छाड़ की थी.
आरोपियों ने बनाया छात्रा का अश्लील वीडियो
संस्थान के डीन ने पुष्टि की कि पिछली घटना के संबंध में प्रॉक्टर कार्यालय को एक शिकायत मिली है और कार्रवाई की जा रही है. आईआईटी-बीएचयू (BHU-IIT) छात्र संसद के कई सदस्यों ने कहा, "पिछली घटना में कार्रवाई करने में देरी हुई थी". दोनों घटनाएं परिसर में अपेक्षाकृत एकांत स्थान पर हुईं.
बुधवार को हुई छात्रा से छेड़खानी की घटना को लेकर आक्रोशित छात्रों ने कैंपस में जोरदार प्रदर्शन किया. छात्रा के मुताबिक तीन अज्ञात लोगों ने उसे जबरदस्ती किस किया, उसके कपड़े उतार दिए और तस्वीरें और वीडियो रिकॉर्ड किए. उसने यह भी कहा कि आरोपी द्वारा उसे जबरन ले जाने से पहले वह उस समय एक पुरुष मित्र के साथ थी. सोमवार के मामले में, महिला एक पुरुष मित्र के साथ थी, जिस पर कथित तौर पर हमला किया गया था.
छात्र संसद के उपाध्यक्ष प्रणव किशोर ने आरोप लगाया, ''घटना से दो दिन पहले बुधवार की रात डेढ़ बजे उसी स्थान पर घटना में चार लोग शामिल थे, जो दो गाड़ियों में आए थे. उन्होंने एक छात्र को पीटा और एक छात्रा को पीछे से छुआ. महिला माता-पिता की खातिर मामले को बढ़ाना नहीं चाहती थी. जिस छात्र की पिटाई की गई थी, उसने छात्र संसद के सदस्यों के साथ मिलकर मंगलवार को प्रॉक्टर कार्यालय में लिखित शिकायत दर्ज कराई.'' इस बीच पुलिस प्रवक्ता ने कहा कि आरोपियों की गिरफ्तारी के प्रयास तेज कर दिए गए हैं और इसके लिए कई टीमें तैनात की गई हैं.
IIT को क्लोज कैंपस बनाने का विरोध
इधर बीएचयू आईआईटी द्वारा आईआईटी को क्लोज कैंपस बनाने वाले निर्णय को लेकर छात्रों में भारी आक्रोश है. अलग-अलग संकाय और विभागों के छात्र IIT को अलग कैंपस करने के विरोध में उतर आए हैं. छात्र सोमवार यानी 6 नवंबर को BHU कैंपस में स्थित काशी विश्वनाथ मंदिर से मालवीय भवन तक सद्भावना मार्च निकालने की तैयारी में हैं. जिसमें भारी संख्या में छात्र शिक्षक व कर्मचारी भी शामिल होंगे.
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