BHU News: दो साल पहले बनारस हिन्दू यूनिवर्सिटी के लापता छात्र शिवकुमार त्रिवेदी की मौत हो चुकी है. इस मामले की जांच कर रही सीबीसीआईडी ने इस बारे में अपनी जांच रिपोर्ट इलाहाबाद हाईकोर्ट को सौंप दी है. जिसमें छात्र की मौत के बारे में जानकारी दी गई है. इस मामले को लेकर प्रियंका गांधी वाड्रा ने ट्वीट कर पुलिस प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाया है तो वहीं दूसरी तरफ बीजेपी दोषियों पर कड़ी कार्रवाई की बात कह रही है.


सीबीसीआईडी ने कोर्ट में दी जानकारी 


इस मामले की जांच कर रही सीबीसीआईडी की टीम ने 21 अप्रैल यानी गुरुवार को कोर्ट में इस बात की जानकारी दी. उन्होंने अपनी रिपोर्ट में बताया कि 15 फरवरी 2020 को ही रामनगर थाना क्षेत्र के यमुना तालाब में शिवकुमार त्रिवेदी जैसी लाश पाई गई थी. थाने के रिकार्ड से उसकी शिनाख्त हो गयी. इसके बाद डीएनए जांच हुई और मृत्यु की पुष्टि हो गई है. इस मामले में अगली सुनवाई 14 जुलाई को होनी है, ऐसे में देखना होगा कि अदालत इस मामले में क्या आदेश सुनाती है. 


बीएचयू कैंपस से ले गई थी पुलिस


दरअसल बीएचयू कैंपस से लापता हुए छात्र शिवकुमार को लेकर वाराणसी पुलिस सवालों के घेरे में है. क्योंकि शिवकुमार को आखिरी बार 13/14 फरवरी 2022 को पीआरवी 112 के साथ ही देखा गया था. वहीं उसे कैंपस से लेकर आती है. 16 फरवरी को उसके पिता लंका थाने में ही अपने बेटे की गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराते हैं लेकिन पुलिस उन्हें कुछ नहीं बताती. जिसके बाद शिवकुमार के लापता होने की खबर सोशल मीडिया पर वायरल होने लगती है. 19 फरवरी कैंपस के छात्रों ने पिता को बताया कि उसे पीआरवी को सुपुर्द किया गया था.


सीबीसीआईडी कर रही है मामले की जांच


शिवकुमार त्रिवेदी मध्यप्रदेश का रहने वाला था और बीएचयू में बीएसई थर्ड ईयर की पढ़ाई कर रहा था. इसके बाद ये मामला कोर्ट में पहुंचा. अधिवक्ता सौरभ तिवारी 16 अगस्त 2020 को इस केस का बीड़ा उठाया और फिर यहीं से शिवकुमार के न्याय की लड़ाई शुरू होती है. हाईकोर्ट के आदेश पर राज्य पुलिस की जांच शुरू हो जाती है. राज्य सरकार ने 29 अक्टूबर 2020 को ये मामला सीबीसीआईडी के हवाले कर दिया. पिछले साल सितंबर में पीड़ित पक्ष के आग्रह के बाद  जांच को लखनऊ ट्रांसफर किया गया. 


प्रियंका गांधी ने उठाए सवाल


वहीं इस मामले में कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी ट्वीट कर सवाल उठाए और कहा कि "BHU के छात्र शिव त्रिवेदी के परिवार की दर्दनाक आपबीती सुनकर मन को भारी दुख पहुंचा. पन्ना, मध्यप्रदेश से BHU पढ़ने आए इस मेधावी छात्र के परिवार को 2 साल बाद पता चला कि शिव की मृत्यु हो गई. इस पूरी घटना में पुलिस प्रशासन की लापरवाही व असंवेदनशीलता साफ झलकती है और उच्चस्तरीय जांच से ही सही जानकारी व न्याय सुनिश्चित हो पाएगी"


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