UP News: देश के जाने माने शिक्षण संस्थान काशी हिंदू विश्वविद्यालय को शिक्षा की राजधानी कहा जाता है. ऐसे में काशी हिंदू विश्वविद्यालय परिसर से एक ऐसा मामला सामने आ रहा है जो लोगों को यह सोचने पर मजबूर कर दे रहा है कि एक अच्छी चिकित्सा व्यवस्था के लिए अभी हमें और कितना इंतजार करना पड़ेगा. दरअसल BHU चिकित्सा विभाग के जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ और विभागाध्यक्ष डॉक्टर ओम शंकर अपने ही विभाग के खिलाफ धरने पर बैठ गए हैं. उन्होंने सीधे तौर पर विभाग के MS पर निशाना साधते हुए यह स्पष्ट किया है कि जब बढ़ते हृदय रोगियों को देखते हुए विभाग में अतिरिक्त बेड आवंटित वाले सुझाव दिए गए थे तो अब तक निर्णय क्यों नहीं लिया गया . इसके अलावा उन्होंने अन्य लापरवाही और असुविधाओं का आरोप भी लगाया.


डॉ ओम शंकर BHU के जाने-माने हृदय रोग विशेषज्ञ माने जाते हैं और वह 7 दिनों से अनशन पर हैं. उन्होंने सीधे तौर पर विभाग के  MS के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है. उनका कहना है कि लगातार बढ़ रहे हृदय रोगियों को देखते हुए विश्वविद्यालय की कमेटी ने 8 मार्च 2024 को 50 बेड तत्काल आवंटित करने का सुझाव दिया था. इसके बाद भी अनेक बार सूचित किया गया लेकिन इस पर कोई निर्णय नहीं लिया गया . इसके अलावा भी अन्य अतिरिक्त व्यवस्थाओं को लेकर विचार विमर्श हुआ लेकिन अब तक उन व्यवस्थाओं पर कोई निर्णय नहीं लिया गया. जबकि काशी हिंदू विश्वविद्यालय  चिकित्सा संस्थान में न केवल वाराणसी बल्कि आसपास के जनपद सहित बिहार से भी बड़ी संख्या में रोगी उपचार के लिए पहुंचते हैं. इन समस्याओं को लेकर अब डॉक्टर ओम शंकर अनशन पर बैठ गए हैं. जानकारी मिलने तक उन्होंने भोजन तक त्याग दिया है और उनका वजन भी तकरीबन 6 से 7 किलो कम हो गया है. हालांकि BHU प्रशासन ने इस आरोप को बेबुनियाद बताया है.


BHU चिकित्सा विभाग की व्यवस्थाओं और भ्रष्टाचार के खिलाफ अनशन पर बैठे डॉक्टर ओम शंकर को छात्रों के साथ-साथ अब काशी वालों का भी समर्थन मिल रहा है. बीते दिनों बड़ी संख्या में वाराणसी के अधिवक्ताओं ने ओमशंकर का समर्थन किया और सीधे तौर पर कहा कि यह हैरान करने वाला यह विषय है जब खुद विभाग के प्रमुख इतने बड़े चिकित्सक की मांग को स्वीकृति नहीं दी जा रही है, तब आम आदमी की बातों को कैसे सुना जाना संभव है. ऐसे में देखना होगा कि कब तक डॉक्टर ओम शंकर की बातों को सुना जाता है.


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