Ramlila in Ayodhya: अयोध्या की रामलीला का हुआ भूमि पूजन, विरोध करने वाले संत भी हुए शामिल, कहा- 'ऑल इज वेल'
Ayodhya Ramlila: अयोध्या (Ayodhya) की रामलीला (Ramlila) जिस स्थान पर होनी है वहां मंत्रोचार के साथ भूमि पूजन संपन्न हो गया है. रामलीला 6 अक्टूबर से शुरू होकर 15 अक्टूबर तक चलेगी.
Ayodhya Ramlila Bhumi Poojan: अयोध्या (Ayodhya) की रामलीला (Ramlila) स्थल का भूमि पूजन (Bhumi Poojan) मंत्रोचार और पूजन के साथ संपन्न हो गया. इस दौरान प्रदेश के कानून मंत्री बृजेश पाठक (Brajesh Pathak) यजमान की भूमिका में मौजूद रहे. जाने-माने बॉलीवुड कलाकार रजा मुराद (Raza Murad) जो इस बार कुम्भकर्ण (Kumbhkaran) की भूमिका निभाएंगे वो भी भूमि पूजन के समय मौजूद थे. रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सुभाष मालिक (subhash malik) बॉबी ने कहा कि इस बार भी रामलीला का प्रसारण वर्चुअल तरीके से किया जाएगा. पिछली बार 16 करोड़ दर्शकों ने रामलीला देखकर विश्व रिकॉर्ड (World Record) बनाया था, इस बार ये संख्या इससे बहुत अधिक होगी और नया विश्व रिकॉर्ड बनेगा.
कई संतों ने ली चुटकी
वहीं, अयोध्या की रामलीला में वेशभूषा और आध्यात्मिक परंपरा के अनादर को लेकर एक दिन पहले तक विरोध का स्वर मुखर करने वाले साधु-संत भी आज भूमि पूजन कार्यक्रम में दिखाई दिए. सारी मांगों को रामलीला कमेटी की तरफ से मान लिए जाने की दलील देते रहे. विरोध करने वाले संतों की मौजूदगी को लेकर वहां मौजूद कई संतों ने चुटकी भी ली.
नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की कही जा रही है बात
अयोध्या की रामलीला जिस स्थान पर होनी है वहां मंत्रोचार के साथ भूमि पूजन संपन्न हो गया. रामलीला 6 अक्टूबर से शुरू होकर 15 अक्टूबर तक चलेगी. अयोध्या में 2020 से फिल्मी कलाकारों से सजी कमेटी ने रामलीला शुरू की थी. हालांकि कोविड-19 की गाइडलाइन के कारण दर्शकों को शामिल होने की अनुमति नहीं थी, इसलिए वर्चुअल तरीके से रामलीला का प्रसारण किया गया, जिसको 16 करोड़ लोगों ने देखा. एक साथ इतने दर्शकों द्वारा अयोध्या की रामलीला देखे जाने के कारण एक नया विश्व रिकॉर्ड भी बना. रामलीला कमेटी इस बार 50 करोड़ दर्शकों द्वारा अयोध्या की रामलीला देखे जाने का दावा कर नया विश्व रिकॉर्ड बनाने की बात कह रही है.
रामलीला घर-घर तक पहुंचे
रामलीला कमेटी के अध्यक्ष सुभाष मालिक बॉबी ने कहा कि हम लोगों की इच्छा है कि भगवान राम की रामलीला घर-घर तक पहुंचे. ये हमारा दूसरे साल का संस्करण है. पिछले साल हम लोगों ने रामलीला का आयोजन किया था और भगवान रामलला के भक्त जो दुनिया के कोने-कोने में हैं, घर में बैठकर रामलीला देख पाए. माता सीता का रोल भाग्यश्री निभा रही हैं. भगवान राम का रोल राहुल गुर्जर निभा रहे हैं. रावण की भूमिका शाहबाज खान निभा रहे हैं. कुम्भकर्ण की भूमिका रजा मुराद कर रहे हैं. शक्ति कपूर अहिरावण और केवट. जनक का रोल राकेश बेदी कर रहे हैं. भोजपुरी सुपर स्टार रवि किशन परशुराम के रोल में हैं और मनोज तिवारी अंगद की भूमिका में रहेंगे. विंदु दारा सिंह हनुमान जी की भूमिका में है. सुभाष मालिक ने कहा कि इस बार हम लोग भव्य सेट बनाने जा रहे हैं. कई देशों में अयोध्या की रामलीला दिखाई जाएगी. पिछली बार हम लोगों ने 14 भाषाओं में दिखाया था, इस बार 26 भाषाओं में रामलीला प्रसारित की जाएगी. पिछली बार 16 करोड़ से अधिक लोगों ने अयोध्या की रामलीला देखी थी इस बार उम्मीद है 50 करोड़ लोग देखेंगे.
'ऑल इज वेल' की कही बात
बता दें कि मंगलवार को अयोध्या की रामलीला के लिए भूमि पूजन होना था लेकिन एक दिन पहले ही सोमवार को कुछ संतों ने फिल्मी कलाकारों द्वारा रामलीला करने पर विरोध करते हुए उनकी वेशभूषा और आध्यात्मिक समझ पर सवाल खड़े कर दिए थे. लेकिन, भूमि पूजन के दौरान विरोध का स्वर मुखर करने वाले साधु-संत भी मौजूद रहे और सब कुछ ऑल इज वेल होने की बात कह दी. हालांकि वहां मौजूद कुछ संतों ने कार्यक्रम के बाद विरोध करने वाले साधु-संतों की मौजूदगी को लेकर चुटकी भी ली.
लीला के विरोध में नहीं
रसिक पीठाधीश्वर महंत जन्मेजय शरण ने कहा कि आप लोगों कि समझ में फर्क था. हम लीला के विरोध में नहीं है और ना लक्ष्मण किला के विरोध में हैं. सिद्धांत का विरोध होता है. लीला खूब हो 1008 बार हो 108000 हो. लेकिन, रामलीला के पात्रों का चयन ठीक तरीके से हो. माननीय विधायक वेद गुप्ता और सुभाष मलिक सभी ने स्वीकार किया है कि पात्रों में विशेष चयन होगा, संशोधन होगा अयोध्या के पात्र भी रहेंगे.
सब राम की शरण में हैं
हनुमानगढ़ी के महंत राजू दास ने कहा कि जो लोग विरोध कर रहे थे और जो लोग मंच लगाकर उल्टा-सीधा बोल रहे थे वो भी आज भूमि पूजन में आए हुए थे. जो लोग कल केजरीवाल का स्वागत कर रहे थे वो लोग भी आज भूमि पूजन में आए हुए थे. इसके नाते सब राम की शरण में हैं. परिणाम देख लीजिए हर व्यक्ति कार्यक्रम में पहुंचा हुआ था.
रीटेक का कोई मौका नहीं
फिल्म अभिनेता रजा मुराद ने कहा कि पहले मैंने अहिरावण का रोल निभाया था. इस बार कुम्भकर्ण की भूमिका में नजर आऊंगा जो 6 महीना सोता है और 6 महीने जागता है. वहीं रामलीला के मंचन को लेकर उन्होंने कहा कि अगर फिल्मों में कोई भी त्रुटि होती है तो उसमें रीटेक का मौका होता है लेकिन रामलीला लाइव चल रही होती है, ये बहुत ही कठिन होता है. एक बार मुंह से यदि कोई शब्द गलत निकला तो उसमें रीटेक का कोई मौका नहीं है. रामलीला में काम करना एक बहुत बड़ी चुनौती है. रामलीला में पात्र जिस भाषा का प्रयोग करते हैं वो रोजमर्रा की भाषा नहीं होती इसके लिए हमें काफी मेहनत करनी पड़ती है, काफी रियाज करना पड़ता है. हमें अच्छा फल मिलता है और हमारी प्रशंसा भी होती है. अयोध्या की पावन धरती पर रामलीला हो रही है, ये विश्व की हर रामलीला से बहुत बड़ी रामलीला है. रामायण से बहुत कुछ सीखने को मिलता है.
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