Ramcharitmanas Controversy: रामचरितमानस पर सपा नेता स्वामी प्रसाद मौर्य के बयान का उनकी बेटी और बीजेपी सांसद संघमित्रा मौर्य ने बचाव किया है. संघमित्रा ने कहा कि उनके पिता जिन चौपाईयों का जिक्र कर रहे हैं उन पर विद्वानों के साथ चर्चा होनी चाहिए. संघमित्रा का ये बयान इसलिए अहम हो जाता है क्योंकि पूरी बीजेपी इसे लेकर स्वामी प्रसाद मौर्य पर हमलावार है और लगातार समाजवादी पार्टी को घेर रही हैं. इस बीच संघमित्रा मौर्य को लेकर बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है.


बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी से जब संघमित्रा मौर्य को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि इस बात पर हमारी पार्टी का स्टैंड एकदम क्लीयर है. राम और रामचरितमानस करोड़ों भारतीयों की आस्था का विषय है. इस तरह का बयान नहीं देना चाहिए, लेकिन हमारा बिल्कुल स्टैंड क्लीयर है, हमारी जो धार्मिक आस्था है जो परंपरा है, हम उस आस्था और परंपरा के साथ हैं. इससे पहले भूपेंद्र चौधरी ने स्वामी प्रसाद मौर्य को विक्षिप्त इंसान तक कह दिया था. उन्होंने कहा कि ऐसा बयान कोई विक्षिप्त इंसान ही दे सकता है. 


जानिए क्या कहा था संघमित्रा मौर्य ने


दरअसल संघमित्रा मौर्य ने कहा था कि 'पिता जी ने रामचरितमानस को पढ़ा है. हालांकि मेरी इस संबंध में उनसे कोई बात नहीं हुई है, लेकिन उन्होंने अगर एक चौपाई का उदाहरण दिया है तो शायद इसलिए क्योंकि वह लाइन स्वयं भगवान राम के चरित्र के विपरीत है. जहां भगवान राम ने जाति को महत्व दिए बगैर शबरी के जूठे बेर खाये, वहीं उस चौपायी में जाति का वर्णन किया गया है.' उन्होंने कहा कि 'ये विवाद का नहीं बल्कि चर्चा का विषय है. इस पर चर्चा होनी चाहिए कि क्यों किसी खास पंक्ति के लिए बार-बार विवाद पैदा हो रहा है.'


मुलायम सिंह यादव को लेकर कही ये बात


भूपेंद्र चौधरी ने स्वामी प्रसाद मौर्य के मुलायम सिंह यादव को लेकर किए गए ट्वीट पर भी निशाना साधा और कहा कि 'मुलायम सिंह यादव जी देश में प्रदेश के बड़े नेता रहे हैं. उन्होंने लंबे समय तक देश-प्रदेश का नेतृत्व किया और अपनी विचारधारा के आधार पर शासन किया है. इसलिए सरकार ने उन्हें पद्म विभूषण दिया है.' 

भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि 'यह राजनीति करने का समय नहीं है. ऐसे नेता का सम्मान होना चाहिए वो सरकार ने किया है. इसमें राजनीति नहीं करनी चाहिए. वह राजनीति कर रहे हैं निश्चित रूप से राजनीति कर रहे हैं उनके पास कोई विषय बचा नहीं है वह बेरोजगार हो गए हैं, जनता ने उन्हें बेरोजगार कर दिया है तो इस तरह के अनावश्यक बयान देकर राजनीति कर रहे हैं.'


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