UP Nagar Nikay Chunav 2023: यूपी निकाय चुनाव को लेकर सुप्रीम कोर्ट (Supreme Court) से रास्ता साफ होने के बाद आज बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी (Bhupendra Chaudhary) ने पार्टी पदाधिकारियों के साथ बैठक की. भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि ये एक रूटीन बैठक थी. कुछ नए लोगों को दायित्व दिया गया है. जिनका बैठक में परिचय हुई. इसके अलावा पार्टी के अभियान, संपर्क की समीक्षा की गई है. बैठक में बीजेपी (BJP) के आने वाले कार्यक्रमों को लेकर भी चर्चा की गई है.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि 6 अप्रैल को पार्टी का स्थापना दिवस है और 14 अप्रैल को डॉ भीम राव अंबेडकर का जन्मदिन है. 11 अप्रैल को ज्योतिबा फुले का जन्म दिवस है. पार्टी अलग-अलग कार्यक्रमों के माध्यम से ये सारे उत्सव मनाएगी. उन्होंने कहा कि बीजेपी आगामी नगर निगम, सहकारिता के चुनाव हैं, विधानसभा के उपचुनाव हैं, लोकसभा के चुनाव इन सभी की तैयारी कर रही है. सभी कार्यकर्ताओं को इसके लिए जिम्मेदारी दी गई है. हमारी पार्टी ने पहले भी जब दिसंबर में चुनाव प्रस्तावित थे, तब भी बूथ स्तर तक अपने कार्यकर्ताओं को काम बांट दिए थे. लेकिन सपा के षडयंत्र की वजह से ये आगे बढ़ गया.
निकाय चुनाव को लेकर किया दावा
भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी की सरकार के जो काम हैं, नगर निकाय तक जो काम किया गया है उसकी चर्चा करेंगे और बीजेपी बहुत प्रभावशाली तरीके से चुनाव में जाएगी. उन्होंने कहा मुझे विश्वास है कि बीजेपी नगर निकाय चुनाव में बड़े अंतर से जीत दर्ज करेगी. उपचुनाव में एक सीट सपा की जीती हुई थी और राहुल कोल की सीट अपना दल ने जीती थी. हम गठबंधन के साथ लड़ेंगे. पार्टी को जो भी फैसला होगा चाहे बीजेपी के सिंबल पर चुनाव हो या फिर कप प्लेट पर हम पूरी मजबूती से लड़ेंगे.
बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि हम निश्चित रूप से अब्दुल्ला आजम की सीट पर भी जीत हासिल करेंगे. केंद्र और राज्य की सरकार ने जन कल्याण से जुड़े हुए जो काम किए हैं आम गरीब आदमी के लिए जो काम किए हैं उन कामों का निश्चित रूप से प्रभाव होगा. बीजेपी दोनों सीटें बड़े अंतर से जीतेगी.
राहुल गांधी की सदस्यता जाने पर दिया बयान
राहुल की गांधी की सदस्यता जाने पर भूपेंद्र चौधरी ने कहा कि राहुल बहुत बड़े परिवार से आते हैं, लेकिन उनकी सोच बहुत छोटी है. लगातार कांग्रेस के लोग कांग्रेस के नेता देश के प्रधानमंत्री जी के बारे में अनावश्यक बयानबाजी, अपमानित करने वाले बयान, उनकी जाति और परिवार को लेकर टिप्पणी करते हैं जो निंदनीय है. माननीय कोर्ट के आदेश पर को सजा हुई, उनकी सदस्यता गई और जो नियम है उस नियम में उन्हें आवास खाली करना है, लेकिन कांग्रेस के लोग जो जमीनी सच्चाई है समझने को तैयार नहीं है.