Film City in UP: ग्रेटर नोएडा (Greater Noida) के जेवर में बनने वाली फिल्म सिटी (Film city) को लेकर बिड डॉक्यूमेंट (Bid document) शासन को भेज दिया गया है. शासन अपनी अंतिम मुहर लगाए उससे पहले यमुना प्राधिकरण (Yamuna Authority) ने सहयोगी कंपनी सीबीआरई के साथ बैठक कर उन बिंदुओं पर चर्चा की जिनमें सुधार की जरूरत थी. यमुना प्राधिकरण के सीईओ डॉ अरुणवीर सिंह ने एबीपी गंगा से खास बातचीत के दौरान बताया कि नवंबर के दूसरे सप्ताह तक फिल्म सिटी के लिए विकासकर्ता कंपनी का चयन किया जा सकता है.  


शासन को भेजा गया दस्तावेज 
जेवर में बनने वाली फिल्म सिटी की बिड डाक्यूमेंट्स मीटिंग आज यमुना प्राधिकरण में सम्पन्न हुई. इस मीटिंग में कई बिंदुओं पर बदलाव की बात कही गई. आज मीटिंग में सहयोगी कंपनी  सीबीआरई से भी बात की गई. फिल्म सिटी का बिड डॉक्यूमेंट (बोली दस्तावेज) और ड्राफ्ट कंसेशन (मसौदा रियायत) तैयार हो गया है. प्राधिकरण ने इनको मंजूरी के लिए शासन को भेजा दिया है. लेकिन, शासन इस दस्तावेज को देख अपना निर्णय सुनाए उससे पहले अधिकारियो ने अपनी एक्सरसाइज पूरी की है ताकि शासन से मंजूरी मिलने के बाद विकासकर्ता के चयन की प्रक्रिया तेजी से शुरू की जा सके.  


जनवरी 2022 में शुरू होगा निर्माण कार्य
उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल है जेवर में बनने वाली फिल्म सिटी. यही वजह है कि अधिकारी भी इस फिल्म सिटी के निर्माण के लिए फूंक-फूंक कर कदम रख रहे हैं. फिल्म सिटी के निर्माण को लेकर सभी अड़चने अब समाप्त हो चुकी हैं. उम्मीद है कि नवंबर के दूसरे सप्ताह तक विकासकर्ता कंपनी का चयन हो जाएगा जिसके बाद जनवरी 2022 में फिल्म सिटी का निर्माण कार्य शुरू होगा. 


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तीन चरणों में होगा निर्माण 
आपको बता दें कि, फिल्म सिटी का निर्माण तीन चरणों में किया जाएगा और 2029 तक फिल्म सिटी पूरी तरह से बनकर तैयार होगी. पहले चरण में फिल्म स्टूडियो, खुला एरिया, एम्यूजमेंट पार्क, विला आदि तैयार किए जाएंगे अथॉरिटी के अधिकारियों का कहना है कि पहले ही चरण में फिल्म शूटिंग से जुड़ा 80 प्रतिशत हिस्सा तैयार कर लिया जाएगा.  


फिल्म विश्वविद्यालय भी बनेगा
नोएडा फिल्म सिटी में थ्री डी स्टूडियो होंगे. 360 डिग्री पर घूमने वाले सेट होंगे. इसके साथ ही साउंड रिकॉर्डिंग, एडिटिंग व एनिमेशन स्टूडियो भी बनाए जाएंगे. फिल्म विश्वविद्यालय भी बनेगा जहां पढ़ाई के साथ-साथ फिल्मों से जुड़े सब्जेक्ट पर शोध होगा. टूरिज्म को बढ़ावा देने के लिए विशेष स्टूडियो बनाए जाएंगे. फिल्म शूटिंग के लिए बनाए जाने वाले इन्फ्रास्ट्रक्चर को इस तरह से बनाया जाएगा, ताकि लोग इसे देखने आ सकें. यहां पर कॉमन फैसिलिटी सेंटर भी बनेगा जहां फिल्म से जुड़ी हुई सारी सुविधाएं मिलेंगी. फिल्म सिटी में शूटिंग के लिए आने वाले अभिनेता और स्टाफ के लिए होटल भी बनाया जाएगा. 
 
पूरे प्रदेश का होगा विकास
माना जा रहा है कि इस फिल्म सिटी के निर्माण से पश्चिमी उत्तर प्रदेश ही नहीं बल्कि पूरे प्रदेश का विकास होगा. रोजगार के नए साधन उपलब्ध होने के साथ-साथ क्षेत्रीय प्रतिभाओं को भी मौका मिलेगा.



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