बदायूं गैंगरेप मामले में हुई बड़ी कार्रवाई, हल्का इंचार्ज अमरजीत सिंह को किया गया निलंबित
उत्तर प्रदेश के बदायूं जिले में 50 वर्षीय महिला के साथ हैवानियत के बाद हत्या के मामले में लापरवाही बरतने पर हल्का इंचार्ज अमरजीत सिंह को निलंबित कर दिया है. मुख्य आरोपी महंत सत्यनारायण को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है.
बदायूं: बदायूं गैंगरेप मामले में लापरवाही बरतने पर एसपी संकल्प शर्मा ने बड़ी कार्रवाई की है. मामले एसपी ने हल्का इंचार्ज अमरजीत सिंह को निलंबित कर दिया है. निलंबित एसओ राघवेंद्र प्रताप और हल्का इंचार्ज अमरजीत सिंह के खिलाफ धारा 166 A के तहत उघैती थाने में मुकदमा दर्ज किया गया है.
थाना प्रभारी निलंबित मामले में लापरवाही बरतने पर तत्कालीन थाना प्रभारी को निलंबित कर दिया गया है. वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा के मुताबिक पोस्टमार्टम रिपोर्ट में महिला से बलात्कार की पुष्टि हुई है. जिले के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर यशपाल सिंह ने कहा कि महिला की मौत सदमे और अत्यधिक रक्तस्राव की वजह से हुई है.
गिरफ्त में आया मुख्य आरोपी बता दें कि, आंगनबाड़ी महिला कार्यकर्ता के साथ सामूहिक बलात्कार और उसकी हत्या के मामले में फरार मुख्य आरोपी महंत को गुरुवार देर रात गिरफ्तार कर लिया गया है. जिलाधिकारी प्रशांत कुमार ने बताया कि गुरुवार रात को महंत सत्य नारायण को उघैती पुलिस थाना क्षेत्र के एक गांव में उसके एक अनुयायी के घर से गिरफ्तार किया गया.
तीन आरोपी गिरफ्तार दरअसल, पिछले रविवार को बदायूं जिले के उघैती थाना क्षेत्र के एक गांव में मंदिर गई 50 वर्षीय एक महिला की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. महिला के परिजन ने मंदिर के महंत सत्यनारायण और उसके दो साथियों पर बलात्कार और हत्या का आरोप लगाया है. इस आधार पर आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने के बाद वेद राम और जसपाल को मंगलवार रात गिरफ्तार कर लिया गया था. पुलिस ने सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
सीएम योगी ने तलब की रिपोर्ट उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बदायूं की वारदात को गंभीरता से लेते हुए बरेली जोन के अपर पुलिस महानिदेशक से रिपोर्ट तलब की है. मुख्यमंत्री ने निर्देश दिए कि जरूरत पड़ने पर मामले की जांच में विशेष कार्य बल की मदद ली जाए, दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई हो और मामले की सुनवाई त्वरित अदालत में की जाए.
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