गोंडाः गोंडा में स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों द्वारा वैक्सीन लगाने को लेकर एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. वैक्सीन लगवाने गए युवक को पहले कोविशील्ड की पहली डोज लगाई, उसके बाद कोवैक्सीन की दूसरी डोज लगा दी जिससे पीड़ित गिरिजेश काफी परेशान हो गया. लगभग 6 दिन तक तेज बुखार, जुखाम, और सांस लेने संबंधित दिक्कतों का सामना करना पड़ा. इस लापरवाही से युवक की जान भी जा सकती थी लेकिन गनीमत रही कि युवक की जान नहीं गई.


दरअसल, आईसीएमआर की ओर से जारी गाइडलाइन के मुताबिक वैक्सीनेशन के दौरान इस बात का ख्याल रखा जाना अतिआवश्यक है कि जिस व्यक्ति को जिस वैक्सीन पहली डोज लगी है, उसी वैक्सीन की दूसरी डोज भी लगनी चाहिए. लेकिन जनपद गोंडा के स्वास्थ्य महकमे की ये एक बहुत बड़ी लापरवाही है. वहीं स्वास्थ विभाग के अधिकारी स्वास्थ्य कर्मचारियों की गलती मान रहे हैं.




कर्मचारियों ने अपनी लापरवाही को छुपाने किए प्रयास  
गोंडा जिले के स्वास्थ्य महकमे के कर्मचारियों ने अपनी लापरवाही को छुपाने का जमकर प्रयास किए. दोनो डोज लग जाने के बाद जब दूसरे कर्मचारी ने देखा कि उन्हें पहली डोज कोविशील्ड लगी है तो उन्होंने मरीज को समझाने का प्रयास किया और अपनी गलती छुपाने लगे, जिससे आगे शिकायत ना हो. दूसरी डोज कोवैक्सीन की लगने के बाद पीड़ित गिरिजेश काफी परेशान हो गया लगभग 6 दिन तक तेज बुखार, जुखाम, और सांस लेने संबंधित दिक्कतें बनी रही. उन्होंने इसे वैक्सीन का असर समझा.


अभी मिक्स वैक्सीन लगाने की कोई गाइडलाइन नहीं
वहीं, जिला अस्पताल के प्रमुख चिकित्सा अधीक्षक डॉ घनश्याम सिंह का कहना है कि सैद्धांतिक रूप से अगर वैक्सीन की दूसरी डोज लग गई है तो कोई दिक्कत नहीं है, कोविशील्ड बाद कोवैक्सीन या कोवैक्सीन के बाद कोविशील्ड लग गई हो. लेकिन सरकार की गाइडलाइन है कि जो डोज पहले दी गई है, वही डोज दूसरी बार भी लगाई जाए. अभी मिक्स वैक्सीन लगाने की कोई गाइडलाइन नहीं आई है. जिस स्वास्थ्यकर्मी ने सेकंड डोज लगाया है, उससे गलती हुई है.


 
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