2019 का अग्निपथ: एक मंच पर माया और मुलायम, बसपा सुप्रीमो बोलीं- कभी-कभी लेने पड़ते हैं कठिन फैसले
मैनपुरी में साझा रैली को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि यहां पर उमड़ी भीड़ से साफ है कि आप लोग सपा संरक्षक मुलायम जी को भारी संख्या में जिताकर संसद भेजेंगे।
नई दिल्ली, एबीपी गंगा। करीब 24 साल तक एक-दूसरे को नापसंद करने वाले समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव और बीएसपी सुप्रीमो मायावती एक मंच पर नजर आए। मायावती गेस्ट हाउस कांड को भुलाकर समाजवादी पार्टी के गढ़ मैनपुरी में मुलायम सिंह के लिए वोट मांगने पहुंचीं। मंच पर मुलायम सिंह के पहुंचने पर मायावती ने खड़े होकर उनका स्वागत किया।
हमें एक मंच पर रहना होगा
रैली को संबोधित करते हुए मुलायम सिंह यादव ने कहा कि बहुत दिनों के बाद हम और मायावती जी एक मंच पर हैं। यह बहुत खुशी की बात है। हमें एक मंच पर रहना होगा। मैनपुरी से हम बहुत बार चुनकर संसद गए हैं। यह हमारा घर है। अब आखिरी बार आपके कहने से मैं फिर लड़ रहा हूं। मैं ज्यादा आज भाषण नहीं दूंगा। इस बार मुझे पहले से ज्यादा वोट देकर जिताना।मुलायम सिंह ने कहा कि आज आपके बीच मायावती जी आई हैं। मैं इनका बहुत सम्मान करता हूं। आज मायावती जी का एहसान है कि वह हमारे बीच आई हैं। हम उनका स्वागत करते हैं। मायावती जी ने हमारी कई बार मदद की है। मुझे जिताने के साथ ही गठबंधन के सभी प्रत्याशियों को जितवाएं।
कभी-कभी कठिन फैसले लेने पड़ते हैं
मैनपुरी में साझा रैली को संबोधित करते हुए बसपा सुप्रीमो मायावती ने कहा कि यहां पर उमड़ी भीड़ से साफ है कि आप लोग सपा संरक्षक मुलायम जी को भारी संख्या में जिताकर संसद भेजेंगे। मायावती ने कहा कि 2 जून, 1995 के गेस्टहाउस कांड को भुलाकर हम एक साथ आए हैं। कभी-कभी कठिन फैसले लेने पड़ते हैं। मुलायम सिंह जी ने पिछड़े लोगों को जोड़ा है। वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह फर्जी पिछड़ी जाति के नहीं हैं। नकली व्यक्ति पिछड़े वर्गों का भला नहीं कर सकता है। पिछड़े वर्ग के नेता मुलायम सिंह यादव को आप जिताकर संसद भेजिए। इस चुनाव में असली और नकली के बीच पहचान जरूरत है। नकली लोगों से धोखा खाने से बचे। कांग्रेस पर बोला हमला कांग्रेस पर हमला बोलते हुए मायावती ने कहा कि कांग्रेस ने अपने वादे कभी नहीं पूरे किए। कांग्रेस अब देश में घूम-घूमकर गरीबों को वोट हासिल करने में जुट गई है। आप लोगों को बहकावे में आकर वोट देने की जरूरत नहीं है। कांग्रेस कह रही है कि सरकार में आने पर थोड़ी सी आर्थिक मदद दी जाएगी। यह ढकोसला है। अगर हम सत्ता में आए तो आपको पूरी आर्थिक मदद करने के साथ ही आपको रोजगार देंगे। जय भीम, जय लोहिया, जय भारत मायावती ने कहा कि उम्र के तकाजे को ध्यान में रखकर मुलायम जी ने फैसला लिया है कि जब तक आखिरी सांस है वह मैनपुरी की सेवा करते रहेंगे। ये मैनपुरी के सच्चे सेवक हैं, नरेंद्र मोदी की तरह नकली सेवक नहीं है। आप लोग मुलायम सिंह को जिताकर संसद भेजिए। मायावती ने अपने भाषण के अंत में कहा- जय भीम, जय लोहिया, जय भारत हमें नया प्रधानमंत्री बनाना है: अखिलेश यादव मैनपुरी में रैली को संबोधित करते हुए सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कहा कि नेताजी रिकॉर्ड वोटों से जीतेंगे। मायावती जी को दिल से धन्यवाद। ये ऐतिहासिक क्षण है। मायावती जी का नेताजी बहुत सम्मान करते हैं। हमारे देश के किसान दुखी हैं। लोगों के साथ धोखा हुआ। देश अभी बहुत नाजुक दौर से गुजर रहे हैं। नौजवानों का भविष्य खतरे में है। हमें नया प्रधानमंत्री बनाना है।अखिलेश यादव ने कहा कि मैनपुरी के लोगों के लिए सपा-बसपा ने दिल्ली करीब कर दिया। अब आप लोगों की जिम्मेदारी है कि बसपा-सपा-रालोद को दिल्ली पहुंचा दें। हमें देश के प्रधानमंत्री की चौकी छीननी है। कार्यकर्ता कर रहे थे सवाल महागठबंधन होने के बाद कहीं न कहीं यह खबरें निकल कर आ रही थीं कि मुलायम सिंह गठबंधन से नाराज हैं और उसका उदाहरण मुलायम सिंह के नामांकन में भी देखने को मिला था। मैनपुरी में सपा-बसपा गठबंधन की रैली होनी है और ऐसे में तैयारियां जोरों पर है विशाल पंडाल सजाया गया है। दरअसल, एक अप्रैल को मुलायम सिंह यादव ने नामांकन किया था और उसके बाद उनको एक सभा करनी थी लेकिन मुलायम रास्ते में माया संग अपनी होर्डिंग देख नाराज हो गए और वह सीधे लखनऊ के लिए रवाना हो गए जिसके बाद अखिलेश यादव ने मैनपुरी में सभा को संबोधित किया इस दौरान कार्यकर्ताओं की तरफ से अखिलेश यादव को हूटिंग का भी सामना करना पड़ा जब कार्यकर्ता लगातार यह सवाल कर रहे थे भैया, नेता जी कहां हैं तो आखिरकार अखिलेश को जवाब देना पड़ा और कहा कि नेताजी 19 अप्रैल को आएंगे।