(Source: ECI/ABP News/ABP Majha)
गाजियाबाद में बड़ा घोटाला, आईपीएल के सट्टे में लगा दिया बिजली विभाग का पैसा, पढ़ें पूरा मामला
यूपी में सरकार दावे तो करती है कि भ्रष्टाचार मुक्त प्रदेश का, लेकिन गाजियाबाद में जो हुआ है वह हैरान करने वाला है. यहां बिजली विभाग के कर्मचारी ने बिजली के बिल की रकम को सट्टे में लगा दिया.
गाजियाबाद: गाजियाबाद के बिजली विभाग में करोड़ों रुपए के गबन का मामला सामने आया है. इस मामले में गाजियाबाद पुलिस ने मेरठ और राजस्थान में दबिश देकर मुख्य आरोपी समेत दो को गिरफ्तार किया है.
वहीं, बाकी आरोपियों की तलाश में मेरठ में भी दबिश दी गई. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक, मेरठ में करोड़ों की रकम आईपीएल के सट्टे और एमसीएक्स में लगाई गई. इस मामले में पिछले दो दिनों से लगातार पुलिस की छापेमारी जारी है और कुछ रकम भी बरामद की गई है.
विभाग का पैसा आईपीएल के सट्टे में लगा दिया
आपको बता दें कि, मेरठ के बुढ़ाना गेट निवासी सुमित गुप्ता बिजली विभाग में कैशियर हैं, जिसकी वर्तमान तैनाती गाजियाबाद में है. सुमित पहले मेरठ में भी तैनात रहा है जिसकी कुछ दिन तक तैनाती घंटाघर बिजली घर पर भी रही थी. मेरठ निवासी सुमित गुप्ता पर गाजियाबाद बिजली विभाग का पांच से छह करोड़ रुपए गबन करने का आरोप है. आरोप है कि बिजली बिल भुगतान की रकम को सरकारी खाते में जमा न करके खुद डकार गया और उस पैसे को मेरठ के ही खत्रियों चौक निवासी सचिन के जरिए आईपीएल सट्टा और एमसीएक्स में लगवाया था.
एक आरोपी को पुलिस ने उठाया
पुलिस टीम ने इसी मामले में रिंकू रामानंद, हनी मुदगल और आशू के घर पर दबिश दी. यहां से भी एक आरोपी को उठाया गया है. पिछले दो दिनों से लगातार दबिश जारी है. इस मामले में कुछ लोगों को हिरासत में लिया गया है. साथ ही कुछ रकम भी बरामद की गई है.
दरअसल पैसे के गमन को लेकर गाजियाबाद अधीक्षण अभियंता सुनील कपूर और अधिशासी अभियंता सुरेंद्र सिंह की ओर से लिखित शिकायत पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को दी गई थी. जिसके बाद गाजियाबाद के सिहानी गेट थाने में मुकदमा दर्ज कराया गया लेकिन जबसे गाजियाबाद श्मशान मामला तूल पकड़ने लगा तब से सभी घोटालो पर गाजियाबाद प्रशासन सक्रिय हो गया है.
ये भी पढ़ें.
इलाहाबाद यूनिवर्सिटी ने अपने सिलेबस में की 30 फ़ीसदी तक की कटौती, ये है वजह