Nitish Kumar on Jayant Chaudhary: लोकसभा चुनाव से पहले इंडिया गठबंधन में जबरदस्त उथल पुथल मची हुई है. कई बड़े नेता गठबंधन से जा चुके हैं, यूपी में जयंत चौधरी की राष्ट्रीय लोकदल भी बीजेपी के साथ चली गई है. ऐसे में विपक्ष की लड़ाई कमजोर पड़ती दिख रही है. जयंत के इंडिया गठबंधन से दूर होने पर बिहार के सीएम नीतीश कुमार का बयान सामने आया है. उन्होंने बताया कि आखिर वो क्यों इस गठबंधन को छोड़कर गए हैं.
जयंत चौधरी के इंडिया गठबंधन से दूर होने पर सीएम नीतीश कुमार ने कहा कि, "हमने तो बहुत कोशिश की थी, हम नाम भी नहीं दे रहे थे, हमने दूसरा नाम दिया था. तो वो लोग अपनी तरफ से नाम दे दिए. बहुत लोग नाराज हो रहे थे, लेकिन हमने कहा कोई नहीं.. अब चल रहा है.. ऐसे ही चल रहा है वो तो वैसे भी खत्म हो गया था. हमने तो बहुत कोशिश की थी, उसी समय हमने कह दिया था सारी बात बता दी थी. हम तो बिहार के हित में काम करते रहेंगे."
पश्चिमी यूपी में और मजबूत होगी बीजेपी
मोदी सरकार के खिलाफ इंडिया गठबंधन की नींव बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने रखी थी और सबसे पहले विपक्षी दलों को एकजुट करने में उन्होंने ही प्रमुख भूमिका निभाई थी, लेकिन इस गठबंधन को सबसे बड़ा झटका तब लगा जब नीतीश कुमार ही इससे अलग हो गए और एक बार फिर बीजेपी के पाले में चले गए. इसके बाद रालोद प्रमुख जयंत चौधरी ने भी एनडीए के साथ जाने का एलान कर दिया है. जयंत के जाने से यूपी में सपा और इंडिया गठबंधन को करारा झटका लगा है तो वहीं बीजेपी पश्चिमी यूपी में और मजबूत हो गई है.
एक तरफ जहां बीजेपी पूरी ताकत के साथ लोकसभा चुनाव में जुटी हुई है वहीं इंडिया गठबंधन में अब तक सीटों को लेकर भी फैसला नहीं हो पाया है. पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी अकेले चुनाव लडने का एलान कर चुकी है. पंजाब में भी स्थिति साफ नहीं है. यूपी में जयंत चौधरी एनडीए में शामिल हो गए हैं. सपा-कांग्रेस में भी सीट शेयरिंग नहीं हो पाई है. कुल मिलाकर ये कहा जा सकता है कि इंडिया गठबंधन अब सिर्फ नाम का ही गठबंधन रह गया है.