Bijnaur News: उत्तर प्रदेश में एक ऐसा सरकारी शिक्षा का मंदिर है. जहाँ पर धार्मिक भावनाओं के साथ खुद भगवान का रूप कहे जाने वाले टीचर ही एक दूसरे की धार्मिक भावनाओं की ठेस पहुचाने से बाज़ नही आ रहे है. पूरा मामला बेसिक शिक्षा अधिकारी से लेकर अभिभावकों के द्वार तक जा पहुंचा है. पूरे मामले में बेसिक शिक्षा विभाग के अफसर ने गहनता से जाँच पड़ताल शुरू कर दी है. इस पूरे मामले के बाद अभिभावकों में आक्रोश है. अभिभावकों ने यह भी कहा कि जल्द से जल्द इस मामले की जांच कर कार्रवाई की जानी चाहिए.


दरअसल यह पूरा मामला जनपद बिजनौर के भनेड़ा गांव में स्थित सरकारी उच्च प्राथमिक स्कूल का है. जहाँ पर कुछ दिनों से स्कूल में धार्मिक भावनाओं को लेकर स्कूली छात्रों से लेकर टीचर तक बहस छिड़ी हुई है. गौरतलब है कि स्कूल की महिला टीचर तनवीर आयशा पिछले कई दिन से स्कूल में तिलक लगाकर आ रहे कुछ छात्रों को तिलक लगाकर स्कूल आने को मना कर रही है. जबकि स्कूल में मुस्लिम छात्र टोपी लगाकर शिक्षा ग्रहण कर रहे उन्हें मना नहीं किया जा रहा. जिस बाबत अभिभावकों ने लिखित में बेसिक शिक्षा विभाग के अफसरों को अवगत कराया गया है.


जांच के बाद टीचर पर होगी कार्रवाई
इधर एक मुस्लिम टीचर सहायक अध्यापक मुख्तार अहमद स्कूल ड्रेस कोड में न आकर मुस्लिम लिबास में बच्चो को स्कूल में पढ़ाता नजर आया है. बहरहाल बिजनौर के बेसिक शिक्षा अधिकारी ने भी माना कि उनके संज्ञान में छात्रों के तिलक लगाने पर टीचर को नाराज़गी है. इस पूरे मामले की जांच सहायक बेसिक शिक्षा अधिकारी को दे दी गई. बेसिक शिक्षा अधिकारी ने यहा भी कहा कि इस तरह के मामले को बिल्कुल बर्दाश्त नहीं किया जाएगा. जाँच पड़ताल के बाद निश्चित तौर पर विभागीय कार्रवाई अमल में लाई जायेगी. 


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