UP News: कानपुर (Kanpur) बिकरू कांड मामले में आरोपी बनाई गई खुशी दुबे (Khushi Dubey) को जमानत के बाद भी राहत नहीं मिल पाई है. खुशी दुबे बिकरू कांड (Bikru Kand) के मुख्य आरोपी विकास दुबे (Vikas Dubey) के साथी अमर दुबे की पत्नी है. विकास दुबे के अलावा अमर दुबे भी एनकाउंटर में मारा जा चुका है. सुप्रीम कोर्ट ने खुशी दुबे को जमानत दे दी है. हालांकि कागजी कार्रवाई और जमानत के सत्यापन के बाद खुशी दुबे को रिहा किया जाएगा. 


कानपुर कमिश्नरेट के ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर आनंद प्रकाश तिवारी ने कहा कि कोर्ट के सभी आदेशों का पालन किया जाएगा और जो भी निर्देश होंगे उसे पूरा किया जाएगा. रिहाई के बाद खुशी दुबे को कानपुर के चौबेपुर थाने में हर सप्ताह पेश होना पड़ेगा. 


क्या है बिकरू कांड और खुशी की भूमिका
बिकरू कांड 2020 की घटना है जब दबिश देने गई पुलिस पर विकास दुबे और उसके गैंग के लोगों ने गोलियां बरसा दी थीं. इस घटना में आठ पुलिसकर्मी मारे गए थे. इसके बाद एक्शन में आई पुलिस ने विकास दुबे के गैंग के खिलाफ कार्रवाई की. इस कार्रवाई में विकास दुबे समेत कई बदमाश मारे गए. वहीं, पुलिस ने अमर दुबे की पत्नी को आरोपी बनाकर जेल भेज दिया था. पुलिस का कहना है कि अमर दुबे के साथ उसकी पत्नी खुशी दुबे भी शामिल थी और उसे जेल भेज दिया गया था. घटना के वक्त खुशी के नाबालिग होने की बात सामने आई थी इस वजह से किशोरी मानते हुए ही कोर्ट में सुनवाई चल रही थी. वहीं,खुशी की मां का कहना है कि बेटी की अमर से जबरन शादी हुई थी, उनका परिवार इस शादी के लिए तैयार नहीं था. 


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