SBSP Nishad Party MLA Non Bailable Warrant: उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के सहयोगी दलों के दो विधायकों के खिलाफ गैर जामानती वारंट जारी हुआ है. सुभासपा विधायक बेदी राम और निषाद पार्टी विधायक विपुल दुबे के खिलाफ लखनऊ के स्पेशल गैंगस्टर कोर्ट ने गैर जमानती वारंट जारी किया है. कोर्ट ने जिस मामले में वारंट जारी किया है वह फरवरी 2006 के रेलवे की ग्रुप डी परीक्षा के पेपर लीक से जुड़ा है.


इस मामले में कोर्ट ने सुभासपा विधायक बेदी राम और निषाद पार्टी विधायक विपुल दुबे समेत 19 लोगों के खिलाफ गैर जामानती वारंट जारी किया है. इन 19 लोगों में बेदी राम, विपुल दुबे, संजय श्रीवास्तव, कृष्ण कुमार, मनोज कुमार मौर्य, शैलेश कुमार सिंह, रामकृपाल सिंह, भद्र मणि त्रिपाठी, आनंद कुमार सिंह, कृष्णकांत, धर्मेंद्र कुमार, रमेश चंद्र पटेल, मोहम्मद असलम, अवधेश सिंह, सुशील कुमार और अख्तर हुसैन का नाम है.


एसटीएफ ने गैंगस्टर एक्ट का मुकदमा किया था दर्ज


रेलवे की ग्रुप डी परीक्षा से एक दिन पहले ही सुभासपा विधायक बेदीराम से पेपर बरामद हुआ था. इस मामले में एसटीएफ ने बेदीराम, विपुल दुबे समेत 16 लोगों को गिरफ्तार कर जेल भेजा था. 25 फरवरी 2006 को आलमबाग इलाके से एसटीएफ ने इनकी गिरफ्तारी की थी. इस मामले में एसटीएफ ने कृष्णा नगर थाने में गैंगस्टर एक्ट का भी मुकदमा दर्ज कराया था. विधायक बेदी राम समेत कुल 19 आरोपियों के खिलाफ चार्जशीट दाखिल हुई थी. वहीं कोर्ट ने 26 जुलाई को सभी आरोपियों की हाजिरी तय कराने का आदेश इंस्पेक्टर कृष्णा नगर को दिया था.


कौन हैं सुभासपा विधायक बेदी राम और निषाद पार्टी के MLA विपुल दुबे


बेदी राम इस समय गाजीपुर की जखनियां सीट से विधायक हैं, साल 2022 में हुए विधानसभा चुनाव में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी के सिंबल पर उन्होंने चुनाव लड़ा था. वह सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर के बेहद करीबियों में से एक माने जाते हैं. सुभासपा विधायत बेदी राम पर कई आपराधिक मुकदमे दर्ज हैं. उन पर यूपी के अलावा राजस्थान और मध्य प्रदेश में भी मुकदमा दर्ज हैं. इसके साथ ही निषाद पार्टी के विधायक विपुल दुबे भदोही की ज्ञानपुर सीट से विधायक हैं. उन्होंने साल 2022 के चुनाव में सपा के राम किशोर बिंद को चुनाव हराया था.


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