UP Election 2022: यूपी विधानसभा चुनाव की जंग आगरा में बेहद दिलचस्प हो गई है. बीजेपी ने आगरा ग्रामीण विधानसभा सीट से उत्तराखंड की गवर्नर रहीं और वर्तमान में बीजेपी की राष्ट्रीय उपाध्यक्ष बेबी रानी मौर्या पर अपना दांव चला है, जिससे यहां का मुकाबला बेहद दिलचस्प हो गया है. सपा आरएलडी ने इस सीट पर महेश जाटव को उतारा है. वहीं दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी से अरुणकांत कठेरिया के उतरने से मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है.
आगरा के चुनावी समीकरण की बात करें तो यहां की 23 फीसदी दलित आबादी है जिसमें जाति के हिसाब से सबसे बड़ा वोट बैंक जाटव समाज का है. ऐसे में बीजेपी ने आगरा की दोनों सुरक्षित सीटों पर जाटव समाज के प्रत्याशियों को चुनावी मैदान में उतारा है जिसमें आगरा छावनी से बीजेपी के जी एस धर्मेश को प्रत्याशी बनाया है, जो योगी सरकार में मंत्री है वहीं आगरा ग्रामीण सीट से बेबी रानी मौर्या चुनावी मैदान में होंगी. बीजेपी की इस चाल से बीएसपी के परंपरागत वोट बैंक सेंध लगेगी.
आगरा ग्रामीण पर त्रिकोणीय मुकाबला
आगरा ग्रामीण सीट पर चुनावी जंग इसलिए भी दिलचस्प हो गई है क्योंकि सपा-आरएलडी गठबंधन ने भी महेश जाटव को मैदान में उतारा है. कांग्रेस ने प्रदेश उपाध्यक्ष उपेन्द्र सिंह पर दांव खेला है. हालांकि वो कुछ ज्यादा कर पाएंगे ये कहना मुश्किल होगा क्योंकि वो दो बार यहां से चुनाव लड़ चुके हैं, लेकिन दोनों ही बार उन्हें हार का मुंह देखना पड़ा. वहीं दूसरी तरफ यहां से 3 बार सांसद रह चुके प्रभुदयाल कठेरिया ने बीजेपी से सीधी बगावत कर दी है. उन्होंने अपने बेटे अरुणकांत कठेरिया को आम आदमी पार्टी से नामांकन कराया है. ऐसे में ये लड़ाई त्रिकोणीय हो गई है.
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