लखनऊ. उत्तर प्रदेश की राज्यसभा सीट के उम्मीदवार के तौर पर बीजेपी उम्मीदवार जयप्रकाश निषाद ने नामांकन भर दिया है. नामाकंन भरे जाने के दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ भी उनके साथ मौजूद रहे. सपा नेता बेनी प्रसाद वर्मा के निधन के बाद खाली हुई राज्यसभा सीट पर 24 अगस्त को चुनाव होगा. हालांकि निषाद का राज्यसभा में निर्विरोध जाना तय माना जा रहा है. क्योंकि उनके विरोध में अब तक किसी पार्टी ने अपना उम्मीदवार घोषित नहीं किया है.





भाजपा ने लगाया पिछड़ों पर दांव
भाजपा ने जयप्रकाश निषाद को राज्यसभा चुनाव में प्रत्याशी बनाकर पिछड़ों पर दांव लगाया है. जयप्रकाश निषाद का कार्यकाल पांच मई 2022 तक रहेगा. जयप्रकाश निषाद फिलहाल गोरखपुर क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी के उपाध्यक्ष हैं. निषाद इससे पहले बसपा व सपा में भी रह चुके हैं. निषाद बसपा की टिकट पर 2012 में चौरी-चौरा सीट से विधायक निर्वाचित हुए थे. बसपा छोड़कर वो सपा में चले गए. इसके बाद साल 2018 में निषाद बीजेपी में आ गए. उनके साथ लोकदल के गोरख सिंह सहित कई नेताओं ने कैम्पियरगंज के पीपीगंज में आयोजित बूथ समिति कार्यकर्ता सम्मेलन में भाजपा की सदस्यता ली थी. निषाद पर दांव खेलकर भाजपा ने पिछड़ों की राजनीति में बढ़त लेने का प्रयास किया है.


कौन हैं जयप्रकाश निषाद?
जयप्रकाश निषाद 2012 में उत्तर प्रदेश की चौरी-चौरा विधान सभा सीट से विधायक बने. उन्होंने 2007 में मनीराम विधानसभा से चुनाव लड़ा, लेकिन वो हार गए और तीसरे स्थान पर रहे.


2017 में भी उन्होंने चौरी-चौरा से विधानसभा से चुनाव लड़ा, लेकिन भारतीय जनता पार्टी के प्रत्याशी से हार गए. वह 2008 से 2009 तक बहुजन समाज पार्टी की सरकार में राज्य मंत्री रह चुके हैं. उन्होंने फरवरी 2018 में योगी आदित्यनाथ की एक सभा मे भारतीय जनता पार्टी की सदस्यता ग्रहण की. वे इस समय भाजपा के गोरखपुर क्षेत्र के क्षेत्रीय उपाध्यक्ष हैं. उन्हें हाल ही में पूर्वांचल विकास बोर्ड का सदस्य नियुक्त किया गया है.


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