UP Assembly Election 2022: विधानसभा चुनाव में अपनी नई पीढ़ी के जरिए राजनीतिक विरासत बढ़ाने का मन बना रहे मंत्रियों, सांसदों और वरिष्ठ नेताओं को बीजेपी की नई नीति से बड़ा झटका लगेगा. पार्टी ने तय किया है कि किसी भी ऐसे मंत्री सांसद और नेता के परिवार के सदस्य को टिकट नहीं दिया जाएगा जो पहली बार चुनाव लड़ रहे हैं. पार्टी के नेताओं का मानना है कि अगर शीर्ष नेतृत्व ने परिवारवाद को रोकने के लिए नई नीति को सख्ती से लागू किया तो कई दिग्गज नेताओं के परिवार के लोग चुनाव लड़ने से वंचित रह जाएंगे.


इन नेताओं के बेटों को टिकट मिलना होगा मुश्किल
जिसमे राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्रा के बेटे अमित मिश्रा, बिहार के राज्यपाल फागू चौहान के बेटे रामविलास चौहान, विधानसभा अध्यक्ष उदय नारायण दीक्षित के बेटे दिलीप दीक्षित और सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी के बेटे गौरव वर्मा, रीता बहुगुणा जोशी के बेटे मयंक जोशी और केंद्रीय राज्य मंत्री कौशल किशोर के बेटे प्रभात किशोर, कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही के बेटे सुब्रत शाही को टिकट मिलना मुश्किल हो जायेगा.


10 फरवरी से शुरू होगा चुनाव
बता दें कि प्रदेश में 403 विधानसभा सीटों के लिए चुनाव होने वाला है. चुनाव 10 फरवरी से शुरु होगा और 10 मार्च को मतगणना होगी. इस बीच सभी पार्टियों में नेता अपने परिवार के सदस्यों को टिकट दिलाने के लिए कोशिश कर रहे हैं. कई पार्टियों पर पहले ही परिवारवाद के आरोप लगते रहे हैं.


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