पैर टूटने पर अस्पताल में भर्ती हुए BJP जिलाध्यक्ष तो वार्ड को ही बैनर टांगकर बना लिया दफ्तर
Kanpur News: अनिल दीक्षित को जिलाध्यक्ष नियुक्त किए जाने के एक दिन बाद ही वो अपने घर की सीढ़ियों से गिर गए, जिसकी वजह से उनका जांघ की हट्टी टूट गई. चोट की वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती करना पड़ा.

Kanpur News: उत्तर प्रदेश के कानपुर में बीजेपी के ज़िलाध्यक्ष अनिल दीक्षित की एक तस्वीर चर्चा का विषय बन गई है. उन्हें हाल ही में कानपुर उत्तर का जिलाध्यक्ष नियुक्ति किया गया था लेकिन एक दिन बाद ही वो हादसे का शिकार हो गए और उनके पैर की हड्डा की टूट गई, जिसकी वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ा. लेकिन पार्टी के लिए उनका जज्बा कम नहीं हुआ. पार्टी के कामों को करने के लिए उन्होंने अस्पताल के वार्ड को ही दफ्तर बना लिया और अपने पीछे पार्टी की बैनर लगाकर कार्यकर्ताओं के साथ बैठक शुरू कर दी. उनकी ये तस्वीर अब सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बनी हुई है.
दरअसल अनिल दीक्षित को जिलाध्यक्ष नियुक्त किए जाने के एक दिन बाद ही वो अपने घर की सीढ़ियों से गिर गए, जिसकी वजह से उनका जांघ की हट्टी टूट गई. चोट की वजह से उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका ऑपरेशन हुआ और तभी से अस्पातल में ए़डमिट हैं. इस बीच योगी सरकार के आठ साल पूरे होने पर बीजेपी ने सभी पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं को योगी सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुंचाने की जिम्मेदारी दी है.
अस्पताल को ही बना दिया दफ्तर
नए जिलाध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाले के महज कुछ दिन मे ही अस्पताल पहुंचे अनिल दीक्षित ने अपने काम से समझौता नहीं किया, अस्पताल मे भर्ती होने के साथ ही पार्टी की जिम्मेदारियों का निर्वहन बखूबी जारी रखा. वो कानपुर के वेदांता अस्पताल भर्ती हैं. उन्होंने अस्पताल में ही पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक बुला ली. जिलाध्यक्ष महोदय ने अपने पीछे पार्टी का बैनर लगवाया और अस्पताल के बेड पर बैठे-बैठे ही कार्यकर्ता के साथ बैठक की. कार्यकर्ता उनके बेड के चारों ओर घेरा लगाकर आगे की रणनीति पर चर्चा करते हुए दिखाई दिए और उन्हें अहम दिशा निर्देश दिए.
इसी बाबत नवनिर्वाचित अध्यक्ष अनिल दीक्षित ने बताया कि पार्टी की ओर से आठ साल पूरे होने के बाद अप्रैल महीने की 14 तारीख को लेकर पार्टी की ओर से विभिन्न कार्यक्रमों के निर्देश दिए गए हैं जिनकी जिम्मेदारी पूरी करने के लिए अस्पताल में ही सभी कार्यकर्ताओं को बुलाकर उनकी बैठक ली गई. साथ ही सभी जिम्मेदारियों के लिए आवश्यक दिशा निर्देश दिए गए हैं.
अस्पताल प्रबंधन की ओर से उन्हें अगले दो दिन बाद छुट्टी देने की बात भी कही है. जिसके बाद उन्हें ज्यादा काम न करने की सलाह भी दी गई है लेकिन काम के प्रति निष्ठा और कर्मठ होने वाले अनिल दीक्षित पार्टी केलिए एक नजीर साबित हो रहे हैं. हालांकि उनके बुलावे पर पार्टी के सभी जुझारू कार्यकर्ता भी अस्पताल पहुंचे और वार्ड में आयोजित इस बैठक में सक्रियता के साथ भाग लिया और अपने अध्यक्ष के निर्देशों को पूरा करने की बात भी कही.
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